642 गेंद में खत्म हुआ मैच तो पिच पर भड़के रोहित शर्मा, दे डाली नसीहत

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Rohit Sharma: भारत और साउथ अफ्रीका (South Africa) के बीच केपटाउन (Cape Town) में खेला गया दूसरा मैच सिर्फ 642 गेंदों में समाप्त हो गया जो टेस्ट क्रिकेट का सबसे छोटा टेस्ट मैच साबित हुआ। 107 ओवर में खत्म हुई इस टेस्ट में भारत ने साउथ अफ्रीका को उसी के अंदाज में जवाब देते हुए 7 विकेट से पटखनी दी और सीरीज 1-1 की बराबरी पर छोड़ा।
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लेकिन क्रिकेट इतिहास के इस सबसे छोटे मैच के बाद पिच को लेकर आलोचना शुरू हो गई है और खुद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने पिच को लेकर सवाल खड़े कर दिए और नसीहत भी दे डाली है। रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा कि, ‘‘जब आप दुनिया के इस हिस्से में आते हो तो यहां हमेशा ही मुश्किल होती है लेकिन भारत के बाहर हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है। दक्षिण अफ्रीका हमेशा हमारे लिए चुनौती पेश करता है और यहां आकर जीत हासिल करके हम गर्व महसूस कर सकते हैं।’’

रोहित (Rohit Sharma) ने तीखे लहजे में कहा, “मुझे ऐसी पिचों पर खेलने में किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं है तब तक जब तक कि भारत में आकर खेलने वाले सभी लोग हमारी पिचों पर अपना मुंह बंद रखें। कोई भी भारत की पिचों पर किसी तरह की शिकायत ना करे। हम यहां बाउंसी पिचों पर खेलते हैं और कोई शिकायत नहीं करते तो भारत की पिचों पर खेलने वालों को भी अपना मुंह बंद ही रखा चाहिए। हम यहां पर खेलने आए हैं क्योंकि अपने आप को चुनौती देना चाहते थे ऐसे ही जब लोग भारत में खेलने आते हैं तो उनके लिए भी ऐसी ही चुनौती वहां होती है।”

यही नहीं पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने रोहित से सहमती जताते हुए कहा कि दुनिया भर की पिचों को समान मानदंडों का उपयोग करके रेटिंग दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘बड़ा सवाल यह है कि क्या सही है और क्या गलत है। रोहित ने कहा कि किसी को भी पिच के बारे में बात नहीं करनी चाहिए और मैच रेफरी को ठीक से देखना चाहिए क्योंकि अगर आपको लगता है कि विश्व कप फाइनल की पिच खराब थी, तो यह किस तरह की पिच थी?

पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘मेरी सोच है – क्या यह पिच सही है? क्या भारत में डेढ़ से दो दिन के मैच टर्नर सही हैं? हम एक चरम को दूसरे के साथ सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि न तो यह सही है और न ही वह सही है एक खराब पिच को खराब कहा जाना चाहिए, चाहे वह हमारी हो या किसी और की। चलो ईमानदार रहें, आप किसी भी तरह से यह उचित नहीं ठहरा सकते कि ये अच्छी पिचें हैं, चाहे वह केप टाउन, वांडरर्स, पर्थ, अहमदाबाद, इंदौर या दिल्ली हो। ये चुनौतीपूर्ण विकेट भी नहीं हैं, ये भाग्य-आधारित पिचें हैं।’

गौरतलब है कि भारत ने 2 टेस्ट मैच की सीरीज में पहले मैच में हार के बाद दूसरें मैच शानदार वापसी की और साउथ अफ्रीका को पहली पारी में सिर्फ 55 रन पर ढेर कर दिया और भारत ने पहली पारी में 153 रन बनाए जबकि साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी भी महज़ 176 रन पर ऑल आउट हो गई और 78 रन के मिले लक्ष्य को भारत ने 3 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।