सुरजीत सिंह चीना,पीलीभीत
Pilibhit Tiger News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि पीलीभीत (Pilibhit) में एक किसान के घर के बाहर रात में बाघ दिखा, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। किसान परिवार ने खुद को घर में डर कर बन्द कर लिया। ग्रामीणों ने बाघ के घर में घुसने की सूचना वन विभाग (Forest department) को दी। जिसके बाद वन विभाग की टीम व पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची। वनाधिकारियो ने 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाघिन का सकुशल रेस्क्यू कर उसे मेडिकल परीक्षण (Medical Tests) के लिए टाइगर रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है।
ये भी पढे़ंः साहिबज़ादो के बलिदान की गाथा हर बच्चे को जानना ज़रूरी:CM योगी
एक्सपर्ट डाक्टर की टीम द्वारा जांच के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर बाघिन को जंगल में छोड़ा दिया जाएगा। बताया जा रहा ये वही बाघिन है जो पिछले करीब तीन माह से जंगल के बाहर पिपरिया सन्तोष, मल्लपुर, जमुनिया सहित कई गांवों के रिहायशी इलाके में दिखाई दे रही थी। राहत की बात यह है कि ग्रामीणों ने बाघिन के रेस्क्यू के बाद अब चैन की सांस ली है। आपको बता दें कि, पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र (Pilibhit Tiger Reserve Area) से सटे गांव अटकोना में एक घर की दीवार पर बैठे बाघ की तस्वीरें सामने आई थीं।
दीवार पर बैठे बाघ की तस्वीर आई थी सामने
पिछली रात लगभग 12 वजे सरदार सुखविंदर सिंह के घर के अंदर बाघ आ घुसा था। प्राप्त सूचना के अनुसार पहले बाघिन ने घर में सो रहे किसान पर हमले का प्रयास किया, लेकिन बाघिन हमले में सफल न हो सकी। उसके बाद पूरे परिवार व बच्चों ने अपने आप को सुरक्षित घर में कैद कर आस पड़ोसियों को फोन पर सूचना दी। जिसके बाद सभी ग्रामीणें ने एकत्र होकर बाघ की तस्वीर लेकर वन विभाग को सूचना दी।
ट्रेंकुलाइज कर बाघ को रेस्क्यू किया
जिसके बाद सुबह होते ही वन विभाग की टीम, एक्सपर्ट डॉक्टर्स ने पहुंचकर बाघिन को कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल रेस्क्यू कर उसे मेडिकल परीक्षण के लिए टाइगर रेस्क्यू सेंटर भेज दिया। सरदार जोगेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि रात के 12 बजे बाघ आ गया था। रात भर डर के मारे सब घर में बंद रहे। आज दोपहर में वन विभाग के लोग आये और बाघ को ट्रेंकुलाइज करके ले गए।
इलाके में बढ़ रही बाघ की मूवमेंट
डीएफओ नवीन खण्डेलवाल ने कहा कि रात भर बाघ ने चहलकदमी की है। बड़ी मेहनत कर उसे कैसे भी पकड़ा गया है। यहां बाघों की संख्या अधिक है। लगातार बाघ की मूवमेंट देखने को मिलती रहती है। इस बाघिन को अब रेस्क्यू कर मेडिकल परीक्षण के लिए टाइगर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है। उच्च अफसरों के आदेश पर आगे निर्णय लिया जाएगा।