Gurugram Metro News: गुरुग्राम में मेट्रो संचालन को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि ओल्ड गुरुग्राम (Old Gurugram) में मेट्रो संचालन को लेकर एनवायरनमेंट एंड सोशल इंपैक्ट असेसमेंट यानी ISIA द्वारा स्टडी की जा रही है। इसका काम हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (HMRTC) ने राइट्स लिमिटेड को दिया है। राइट्स लिमिटेड को आदेश जारी किए हैं कि अगले महीने में 31 मार्च तक यह स्टडी कंप्लीट करके रिपोर्ट सौंप दी जाए। इसकी एवज में इस कंपनी को 1.40 करोड़ रुपये चार्ज किया जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ एचएमआरटीसी जियो टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन (HMRTC Geotechnical Investigation), डिटेल डिजाइन के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति, जनरल कंसलटेंट की नियुक्ति, यूटिलिटी मैपिंग आदि काम कर रही है। एक खबर के मुताबिक अगले साल के मार्च तक जमीन पर मेट्रो का काम दिखना शुरू हो जाएगा।
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एचएमआरटीसी (HMRTC) के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि 13 अगस्त, 2020 को मिलेनियम सिटी सेंटर से लेकर साइबर सिटी तक मेट्रो चलाने की मंजूरी मिली थी। 28.50 किमी लंबाई के इस मेट्रो लाइन में 27 स्टेशन बनाने की योजना है, जिसके ऊपर 5452.72 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस साल 7 जून को केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। इसकी लिखित मंजूरी 6 जुलाई को मिल गई थी। इसके अनुसार केंद्र और हरियाणा सरकार के बीच 50-50 के ज्वाइंट वेंचर के तहत ओल्ड गुरुग्राम में मेट्रो का संचालन होना है।
ऐसे में केंद्र सरकार ने एचएमआरटीसी के साथ ज्वाइंट वेंचर करने में प्रशासनिक दिक्कत जताई थी। जिसके बाद स्पेशल परपज व्हीकल के गठन पर विचार हुआ। इसके साथ केंद्र सरकार ने गत 15 नवंबर को गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) के गठन को मंजूरी दे दी। अब नई कंपनी के निर्माण पर हरियाणा सरकार की तरफ से काम किया जा रहा है।
एचएसवीपी से मेट्रो डिपो के लिए जमीन देने का आग्रह
इस साल 11 अगस्त को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (Additional Chief Secretary) अरुण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई थी। मीटिंग में यह फैसला हुआ कि सेक्टर 101 की जगह पर सेक्टर 33 में मेट्रो डिपो का निर्माण किया जाए। ऐसा करने के पीछे एचएमआरटीसी अधिकारियों ने यह तर्क दिया है कि एक तो सेक्टर 101 में जलभराव की संभावनाएं बनी रहती हैं। साथ ही साथ जमीन अधिग्रहण और मेट्रो लाइन कास्ट बचेगी।
रैपिड मेट्रो के लिए कंसलटेंट नियुक्त
मौजूदा समय में शंकर चौक से सेक्टर 56 तक दौड़ रही रैपिड मेट्रो में 2.8 मीटर का कोच है। डीएमआरसी की मेट्रो का कोच 2.9 मीटर है। डीएमआरसी की तरफ से एक कंसलटेंट कंपनी को स्टडी की जिम्मेदारी दी गई है। इस कंपनी ने बताया है कि डीएमआरसी मेट्रो, रैपिड मेट्रो के कोच पर कैसे दौड़ाया जा सकता है। इसकी एवज में कंसलटेंट कंपनी को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे।