50वें हफ़्ते भी जारी रहा घर ख़रीदारों का प्रदर्शन.. रजिस्ट्री, पज़ेशन और आईआरपी की मनमानी के ख़िलाफ़ जमकर हुई नारेबाज़ी
Jyoti Shinde,Editor
ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) में आज भी सैंकड़ों फ्लैट खरीदार ऐसे हैं जिन्हें 10 साल बाद भी घर का पजेशन नहीं मिला है। लेकिन उनकी EMI हर महीने कट रही है। ऐसे लोगों पर दोहरी मार पड़ी है। एक तो ईएमआई की टेंशन दूसरा घर का रेंट..इसे लेकर सभी फ्लैट खरीदार भारी तनाव में हैं। शुरुआती दिनों से ही नेफोवा, फ्लैट खरीदारों के हक में आवाज़ बुलंद करता आया है। इसी का नतीजा है कि लोग हर रविवार को भारी संख्या में एकजुट होकर बिल्डर के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद करते हैं।
घर ख़रीदारों का प्रदर्शन लगातार 50वें रविवार को जारी रहा। बड़ी संख्या में घर ख़रीदारों ने रजिस्ट्री की मांग, दिवालिया प्रोजेक्ट में आईआरपी की मनमानी और प्रोजेक्ट में काम शुरु करने की मांग पर आवाज़ उठाई। नेफ़ोवा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनकर पांडे ने कहा है कि घर ख़रीदारों के प्रदर्शन का एक साल पूरा होना है, नेताओं के घरों की
रजिस्ट्री का भरोसा कब पूरा होगा?
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे राजकुमार, रोहित मिश्रा, चंदन सिन्हा, अनुपमा मिश्रा, अनुराग खरे, अनिल रात्रा, शशि भूषण ने कहा घर ख़रीदारों की अनदेखी आखिर कब तक होगी। एक साल पूरा होने को है और सरकार सिर्फ़ वादे कर रही है। ना तो रजिस्ट्री हो रही है उल्टे एनसीएलटी में गए इको विलेज 2 जैसे प्रोजेक्ट में अब आईआरपी मनमानी कर एक्सट्रा पैसा मांगने की फिराक में है।
प्रदर्शन करने वालों में युवा-बुजुर्ग, महिलाएं सभी शामिल
विरोध प्रदर्शन में लगातार शामिल हो रहे रंजना भारद्वाज, संजीव सक्सेना, अनुपम मिश्रा, दीपक गुप्ता, डीके सिन्हा, पुरुषोत्तम कुमार, अमित दयाल, अतुल रंजन, शिरीष, आशुतोष, एलशॉय, पुनीत चौहान, अशोक श्रीवास्तव का कहना है कि रजिस्ट्री हो नहीं रही है। लगातार उनपर क़र्ज़ बढ़ता जा रहा है। वहीं आईआरपी भी घर ख़रीदारों को लूटने के चक्कर में है। अभी तक घर नहीं मिलने की वजह से क़र्ज़ है और अब आईआरपी अलग से पैसे वसूलने की फ़िराक में है। जिसका सभी घर ख़रीदारों मिलकर विरोध करेंगे
घर ख़रीदार अजय कठुरिया, अमरेंद्र , शंकर, हिमांशु सक्सेना, अभिषेक जैन, देवांजन, दीपक पारिख, प्रभास दास ने कहा है कि 10 दिसंबर को जंतर मंतर पर रजिस्ट्री के मुद्दे पर भी बड़ा प्रदर्शन होगा। उनका कहना है कि हर सोसायटी में जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा जिससे ज़्यादा से ज़्यादा परेशान घर ख़रीदार आंदोलन में शामिल हो सकें।