सूर्यांश सिंह, ख़बरीमीडिया
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर स्थित 6 प्रतिशत आबादी के बसे लोग सेक्टर थीटा 2 (Jaitpur) में अपमानित महसूस कर रहे है। साल 2009 में प्राधिकरण (Authority) की ओर से बसाए गए सेक्टर में 14 साल से निवासी पानी का इंतजार कर रहे है। शहर के करीब 36 सेक्टरों और इंस्टीट्यूशनल सेक्टर (Institutional Sector) में गंगाजल की सप्लाई सेक्टर थीटा (Supply Sector Theta) दो से 100 मीटर की दूरी पर बने मुख्य ओवर हेड टैंक (Over Head Tank) से की जा रही है। लेकिन पास में स्थित सेक्टर के लोगों को ही पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना (Longing) पड़ रहा है। पानी का पैसा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से वसूला जा रहा है।
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लगभग दो सौ परिवारों को नहीं मिल रहा पानी
आपको बता दें कि सेक्टर के लगभग 200 परिवारों को पानी नहीं मिल रहा है। उसके बाद भी पानी का पैसा ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) प्राधिकरण की ओर से वसूला जा रहा है। 14 साल के वनवास काटने के बाद लोगों ने अब पानी आने की उम्मीद छोड़ दी हैं। सेक्टर थीटा 2 निवासी विजेंद्र भाटी ने बताया कि कई बार प्राधिकरण के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्राधिकरण के द्वारा बसे सेक्टर (Settled Sector) के लोगों को सीईओ से लेकर कई अधिकारी भूल गए है। जब पानी जैसी मूलभूत सुविधा ही नहीं देनी थी तो प्राधिकरण की ओर से हम लोगों को बसाया ही क्यों गया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी (Ashutosh Dwivedi) ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं था। प्राधिकरण की टीम को भेजकर जल्द से जल्द समस्या का समाधान कराया जाएगा।
गांव से बुरी सेक्टर की स्थिति
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांवों की स्थिति सेक्टर थीटा 2 से काफी अच्छी है। सेक्टर में 2009 में बनी सड़क अब बेकार हो चुकी है। सड़क के नाम पर पूरे सेक्टर में केवल मिट्टी ही मिट्टी ही दिखाई देगी। इसके साथ ही सीवर लाइन तक धंस गई है। अंधेरा होने के कारण आए दिन सेक्टर में चोरी की घटनाएं घट रही है। स्ट्रीट लाइटें (Street Lights) शो पीस बन चुकी है। वहां के लोगों को बहुत मुसीबत झेलना पड़ रहा है। 14 साल के वनवास काटने के बाद लोगों ने अब पानी आने की उम्मीद छोड़ दी हैं।
सबसे बड़ा पार्क बना कूड़ा घर
ग्रेटर नोएडा के पार्कों (Parks) को संवारने के दावे करने वाले प्राधिकरण के अधिकारियों को कार्यालय के पास बना शहर का सबसे बड़ा पार्क बदहाल नहीं दिखाई दे रहा है। पार्क कूड़ा घर में तब्दील हो चुका है। पार्क से हरियाली सालों से गायब है। लोगों ने बताया कि यदि पार्क का सुंदरीकरण कर दिया जाए तो शहर के लोग यहां घूमने के लिए आ सकते है। पार्क में तालाब के साथ मंदिर भी बना हुआ है।