उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Delhi: राजधानी दिल्ली में भी नोएडा के ट्विन टावर के जैसे ही एक बहुमंजिला इमारत को जमीजोंद करने की तैयारी चल रही है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (Delhi Development Authority) ने उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित बहुमंजिला ‘सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट’ (Signature View Apartment) को गिराने की तैयारियां शुरू कर दी है। आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक, डीडीए ने इसके लिए एक कंसल्टेंट फर्म हायर करने का फैसला किया है और ऑनलाइन बोलियां आमंत्रित की है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि डीडीए ने इस उद्देश्य के लिए एक ई-टेंडर नोटिस और रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (Request for Proposal) जारी किया है।
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बता दें कि सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट को साल 2007-2009 के बीच में बनाया गया था। इस परिसर में कुल 336 फ्लैट हैं, जिनमें एचआईजी और एमआईजी दोनों शामिल हैं। हालांकि, कुछ ही समय बाद फ्लैटों में निर्माण संबंधी समस्याएं आने लगी, जिससे यहां के निवासियों को डीडीए में शिकायत किए। डीडीए के आदेश पर आईआईटी दिल्ली द्वारा किए गए 2021-2022 के अध्ययन में इमारत को संरचनात्मक रूप से असुरक्षित पाया गया।
जिसके बाद डीडीए ने 30 नवंबर तक ‘सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट’ को पूरी तरह खाली करने की तैयारी की। इस साल सितंबर में डीडीए ने यहां के निवासियों के साथ डील फाइनल की और दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए 15 अक्टूबर तक समय दिया था। निवासियों को सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट खाली करने के लिए 45 दिन का समय दिया गया था। डीडीए 30 नवंबर के बाद, इस अपार्टमेंट में बिजली और मेंटिनेंस जैसी सभी सेवाओं को वापस ले लेगा।
DDA ने जारी किया ई-टेंडर नोटिस
ई-टेंडर नोटिस में लिखा है, ‘ई-टेंडर (ऑनलाइन बोली) के माध्यम से मुखर्जी नगर, दिल्ली में सिग्नेचर ब्यू अपार्टमेंट, जो एक बहुमंजिला परिसर है, के विध्वंस के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करने हेतु पात्र आवेदकों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। इसमें ध्वस्तीकरण के पश्चात मलबे की सफाई और पुनर्वण (रीसाइक्लिंग) भी शामिल है। नोटिस में डीडीए अधिकारियों ने हाई राइज एक्सवेटर्स, विस्फोटक डायमंड कटिंग तकनीक आदि जैसे तरीकों का उपयोग करके सरचनाओं को ध्वस्त करने में न्यूनतम 20 वर्षों का अनुभव रखने वाली एक फर्म को काम पर रखने की मांग की है।
आरएफपी दस्तावेज के मुताबिक कंसल्टेंट फर्म की नियुक्ति ‘छह महीने की अवधि के लिए होगी (एक महीने विध्वंस से पहले और 5 महीने विध्वंस और मलबे के निपटान /पुनर्चक्रण के दौरान), जिसे जरूरत पड़ने पर डीडीए द्वारा बढ़ाया जा सकता है, साथ ही यह भी कहा गया है कि डीडीए द्वारा कम से कम 30 दिन का नोटिस देकर कंसल्टेंट फर्म की नियुक्ति रद्द की जा सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि ई-टेंडर नोटिस के बारे में संभावित बिडर्स के संदेह को दूर करने के लिए प्री-बिड मीटिंग 6 नवंबर को आईटीओ के पास स्थित विकास मीनार में आयोजित की जाएगी। सिम्बर व्यू अपार्टमेंट के निवासियों ने अक्टूबर में मांग की थी कि डीडीए 100 प्रतिशत वैकुएशन क्लॉज को 75 प्रतिशत मैडेट में बदल दे, ताकि अस्थायी आवास में स्थानांतरित होने वाले लोगों को एजेंसी से किराया मिलना शुरू हो सके।
कंसल्टेंट फर्म का काम क्या होगा?
डीडीए द्वारा नियुक्त कंसल्टेंट एक प्रस्ताव तैयार करेगा, जिसमें ‘सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट को ध्वस्त करने के तरीके के बारे में जानकारी दी जाएगी। अपार्टमेंट को ध्वस्त करने के बाद उसके मलबे का फिर से निर्माण कार्य में इस्तेमाल किया जाएगा, कंसल्टेंट इस अपार्टमेंट के ध्वस्तीकरण और मलबे के निपटान में आने वाली लागत, इसके टूटने से होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय और आसपास की बिल्डिंग्स की सुरक्षा के तरीके सुझाएगा, अपार्टमेंट के ध्वस्तीकरण के लिए संबंधित विभागों से जरूरी अनुमति लेने में भी कंसल्टेंट डीडीए की मदद करेगा। इस ध्वस्तीकरण प्रक्रिया में डीडीए का कंसल्टेंट बनने के लिए प्रस्ताव जमा करने की अंतिम तिथि 15 नंवबर है।