उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Nodia News: नोएडा की पारस टिएरा सोसायटी (Paras Tierra Society) में लिफ्ट हादसे की असली वजह अब सामने आई है। आपको बता दें कि नोएडा के सेक्टर-137 की पारस टिएरा सोसायटी में लिफ्ट गिरने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने करीब 3 महीने बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में पुलिस ने कहा कि लिफ्ट का संचालन करने में लापरवाही बरतने के कारण यह हादसा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने सोसायटी के 25 गवाह तैयार किए हैं। 11 अक्टूबर को पुलिस (Police) ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट दाखिल होने के बाद 13 अक्टूबर को सरकार बनाम अजय सिंह शेखावत के खिलाफ एक नया केस दर्ज हो गया है। इस केस में कुल 8 आरोपी हैं। 16 नवंबर को होने वाली सुनवाई के लिए कोर्ट में उपस्थित रहने के लिए समन जारी किए गए हैं।
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आपको बता दें बीते 3 अगस्त को सेक्टर-137 की पारस टिएरा सोसायटी के टावर-24 में लिफ्ट गिरने से सुशीला देवी (70) बुरी तरह से घायल हो गई थीं और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। हादसे के बाद सोसायटी में जमकर हंगामा हुआ था। लोगों ने एओए पर सुरक्षा में लापरवाही और लिफ्ट की मेंटिनेंस ठीक से नहीं करने का आरोप लगाया था। देर रात तक सोसायटी छावनी बनी रही। लोगों ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का भी आरोप लगा था।
शिकायत पर थाना सेक्टर-142 पुलिस ने मेंटिनेंस कंपनी के डायरेक्टर अजय सिंह शेखावत, संतोष कुमार, फैसिलिटी मैनेजर मोनिका शर्मा, एओए प्रेजिडेंट रमेश गौतम, वाइज प्रेजिडेंट अनंग पाल चौहान, जनरल सेक्रेटरी सुखपाल सिंह राना, कोषाध्यक्ष नीतू सलार और लिफ्ट मैनुफैक्चरिंग कंपनी समेत 8 के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।
जांच के लिए बनाई गई थी कमिटी
लिफ्ट हादसे (Lift Accident) के बाद जांच कमिटी बनाई गई थी। जांच के दौरान लिफ्ट का तकनीकी परीक्षण भी किया गया। इसमें लापरवाही सामने आई। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की 45 पेज की चार्जशीट में लापरवाही से हादसा होने की बात स्पष्ट रूप से लिखी है। जिला प्रशासन के आदेश पर गठित कमिटी ने भी जांच में पाया था कि हादसा लापरवाही की वजह से हुआ था।
अलग-अलग टावरों से बने 25 गवाह
पारस टिएरा सोसायटी में लिफ्ट को लेकर लोग सवाल करते आए हैं। हादसे के बाद पुलिस ने अलग-अलग टावरों में पूछताछ की। टावर-24 में लिफ्ट हादसे से हुई बुजुर्ग महिला की मौत के मामले में पुलिस ने 25 गवाह बनाए हैं। इन गवाहों के नाम और पते भी चार्जशीट में दर्शाए गए हैं।
ऐसे हुआ था हादसा
पुलिस को मिली शिकायत में मृतक महिला के बेटे दिवेश कुमार ने बताया था कि लिफ्ट का तार टूटने से वह तेजी से ऊपर गई। लिफ्ट 24 और 25वें फ्लोर के बीच में फंस गई। इसमें उनकी मां के सिर में पर गंभीर चोट लगी। जाकर देखा तो लिफ्ट की चेन टूटी हुई नीचे पड़ी थी।
लिफ्ट एक्ट जल्द पास होने की उम्मीद
लिफ्ट के संचालन के लिए सख्त कानून को लागू कर ही इन हादसों को रोका जा सकता है। हादसे में कौन जिम्मेदार है बिना कानून के पुलिस ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई नहीं कर सकती है। पारस टिएरा में लिफ्ट हादसे के बाद ग्रेनो वेस्ट की आम्रपाली ड्रीम वैली सोसायटी में हुए हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो चुकी है। लोगों ने लिफ्ट एक्ट की तेजी से मांग की तो मुख्य सचिव ने बैठक के बाद लिफ्ट एक्ट में मामूली संशोधनों के साथ प्रस्तावित उत्तर प्रदेश लिफ्ट और एस्केलेटर एक्ट के नियमों को मंजूरी दे दी है। एक्ट को लागू करने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा। उम्मीद है कि विधानसभा के सत्र में इस एक्ट को मंजूरी मिल सकती है। लिफ्ट एक्ट लागू होने के बाद शहर के लोगों को बडी राहत मिलेगी।
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