कुमार कुणाल, नालंदा
ये ख़बर वाकई नालंदा के किसानों की क्षमता को दर्शाता है। क्योंकि फूलगोभी, सर्दियों के मौसम में आने वाली सबसे अधिक पसंदीदा सब्जी, जिसका लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन अब इसे आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं। जी, सही सुना आपने क्योंकि नालंदा के किसानों ने अपने तरकीब से फूलगोभी की खेती का नायाब तरीका निकाला है।
अब साल भर फूलगोभी खरीद सकेंगे, ये सफलता किसानों को उनकी मेहनत अथवा नालंदा उद्यान महाविधालय के वैज्ञानिकों की सलाह और रासायनिक की जगह वर्मी कॉम्पैक्ट के संतुलित मात्रा में इस्तेमाल से मिली है।
शहर से थोड़ी ही दूरी पर सोहडीह, बबुरपन्ना, आशानगर में तकरीबन दो एकड़ में फूलगोभी की खेती की जा रही है। हर दिन ही करीब 6 से लेकर के 7 हजार फूलगोभी की खपत हो रही है। यहां तैयार फूलगोभी को बेंच राजधानी फतुहा, पटना , जहानाबाद, शेखपुरा व आसपास के कई जगह में भेजी जा रही है।
किसानों के मुताबिक वर्ष में एकबार रबी सीजन में फूलगोभी की खेती की जाती थी। जुलाई में नर्सरी तैयार की जाती थी, अगस्त में पौधों की रोपाई होती थी। उपज अक्टूबर से मिलती थी। उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पंचम कुमार सिंह का सहयोग मिला तो पूरे साल फूलगोभी की खेती का मन बनाया।
जब भी जरूरत पड़ी महाविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने खेत आकर तकनीकी जानकारियां दी। पिछले वर्ष ट्रायल के तौर पर समूह के कुछ किसानों ने दो से लेकर के तीन कट्टे में खेती शुरू की थी। रिजल्ट अच्छे आए तो अब इसे सालभर खेती की जा सकती है।
फूलगोभी की खेती समझिए एक नजर में
25 से 30 दिनों में नर्सरी होता है तैयार
60 से 65 दिनों में पौधे से निकलने लग जाते हैं फूल
45 से 50 दिनों तक फूलों की होती है कटाई