कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
PM MODI: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले जहां एक तरफ बेंगलुरु में विपक्ष की महाबैठक हुई वहीं दूसरी तरफ़ देश की राजधानी दिल्ली में NDA की बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खत्म हुई।
इस बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी साथियों को एक साथ लाने की चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान करीब 1घंटे का भाषण भी दिया जिसमें विपक्ष पर काफी तीखे हमले भी किये। इसके साथ ही उन्होंने ने कहा कि पीएम मोदी एनडीए की बैठक को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम देश के विकास में जुटे हैं. सभी का विश्वास एनडीए पर है. एनडीए के नए साथियों का स्वागत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें
1-पीएम मोदी एनडीए की बैठक को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम देश के विकास में जुटे हैं. सभी का विश्वास एनडीए पर है. एनडीए के नए साथियों का स्वागत है.
2-प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों के महाबैठक पर निशाना साधते हुए कहा कि जब गठबंधन भ्रष्टाचार पर आधारित हो तो वो देश को नुकसान ही करता है.
3-प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम जब विपक्ष में थे तब भी हमने सकारात्मक राजनीति की, हमने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की. हमने विपक्ष में रह कर सरकारों का विरोध किया, उनके घोटालों को सामने लाए लेकिन जनादेश का अपमान नहीं किया और न ही विदेशी ताकतों की मदद मांगी.
4-पीएम ने इस दौरान एनडीए का मतलब भी बताया. उन्होंने कहा कि एन का मतलब न्यू इंडिया है, डी का मतलब है डेवलप्ड नेशन, ए का मतलब एस्पिरेशन ऑफ पीपल यानि लोगों की आकांक्षा. आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को एनडीए पर भरोसा है.
5-प्रधानमंत्री ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है.
6-पीएम मोदी ने आगे कहा कि एनडीए के लिए राष्ट्र पहले है, राष्ट्र की सुरक्षा पहले है, प्रगति पहले है और लोगों का सशक्तिकरण पहले है. एक तरह से NDA अटल जी की एक ओर विरासत है जो हमें जोड़े हुए है. NDA के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं.
7-पीएम ने कहा कि 1998 में NDA का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना NDA का लक्ष्य नहीं था. NDA किसी के विरोध में नहीं बना था, NDA किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था. NDA का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था.
8-प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि हमारे देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नेगेटिविटी के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए. कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया. कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं.
9-PM मोदी ने कहा कि 2014 से पहले की गठबंधन सरकार का उदाहरण हमारे सामने है. प्रधानमंत्री के ऊपर एक आलाकमान, पॉलिसी पैरालिसिस, निर्णय लेने में अक्षमता, अव्यवस्था और अविश्वास, खींचतान और भ्रष्टाचार, लाखों-करोड़ों के घोटाले.
10-पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा हो सकती है लेकिन शत्रुता नहीं होती लेकिन आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है, हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना. बावजूद इसके हमने देश को दलों के हित से उपर रखा है. यह NDA सरकार ही है जिसने प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिया, हमने मुलायम सिंह यादव, शरद पवार, गुलाम नबी आज़ाद जैसे अनेक नेताओं को पद्म सम्मान दिया।
गौरतलब है कि इस बैठक में बीजेपी के तरफ़ से प्रधानमंत्री के अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा,गृह मंत्री अमित शाह,राजनाथ सिंह,और नितिन गडकरी के साथ NDA कई नए और पुराने सहयोगी दल भी शामिल हुए जिसमे अजित पवार, एकनाथ शिंदे,चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी,ओमप्रकाश राजभर अनुप्रिया पटेल,संजय निषाद,इत्यादि नेता शामिल हुए।