कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी महागुन मंत्रा में रजिस्ट्री और दूसरी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से स्थानीय निवासियों का गुस्सा फूट पड़ा है। महागुन मंत्रा 2 के रेजिडेंट्स ने बिल्डर की मनमानी और लेटलतीफी के खिलाफ आवाज बुलंद की है।
शनिवार को महागुन मंत्रा 2 सोसाइटी के 100 से ज्यादा फ्लैट खरीदार दोपहर 12 बजे महागुन बिल्डर के नोएडा सेक्टर 63 स्थित हेड ऑफिस पहुंचे और सीएमडी धीरज जैन से मुलाकात की कोशिश की.
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महागुन मंत्रा 2 के रेजिडेंट शशांक रस्तोगी ने बताया फ्लैट्स के आवंटन, रजिस्ट्री, एनपीसीएल इंडिविजुअल बिजली मीटर और अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर महागुन मंत्रा 2 सोसाइटी के गंगा और गायत्री टावर के 100 से ज्यादा बायर आज सड़क पर थे. सभी बायर महागुन बिल्डर के नोएडा सेक्टर 63 में स्थित दफ्तर पहुंचे.
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शशांक ने बताया कि मार्च 2023 यानी करीब 3 महीने से बायर ईमेल और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए सीएमडी धीरज जैन तक अपनी मांगों को पहुंचाते रहे हैं और मुलाकात का समय मांगते रहे हैं लेकिन बार-बार किसी ना किसी बहाने मुद्दों को टाल दिया जाता है और मुलाकात का वक्त भी नहीं दिया जाता. परेशान होकर बायर महागुन बिल्डर के हेड ऑफिस गए थे. धीरज जैन ने आज दफ्तर आने से इंकार कर दिया और सोमवार 5 जून को मिलने का संदेश भिजवाया और कुछ आश्वासन भी दिए.
मौके पर पहुंचे उमाशंकर, हर्ष, गौरव, नवीन, राजन, मनमोहन, विनोद, मुकेश, शोभा, नेहा, प्रवीण, कुंतल, देवनारायण, मनोज और अन्य बायर ने बताया कि 1 साल पहले पजेशन ऑफर किए जाने के बाद भी गंगा, गायत्री टावर में अभी तक 510 में से सिर्फ 150 फ्लैटस ही बिल्डर द्वारा सौंपी जा सके हैं. सोसाइटी में बिजली-पानी, लीकेज, साफ-सफाई समेत ढेरों समस्याएं हैं. क्लब और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं नहीं है. आवारा कुत्ते भी सोसाइटी में घूमते रहते हैं. हालात रहने लायक नहीं है लेकिन EMI और किराए की दोहरी मार से बचने के लिए बायर जोखिम लेकर वहां रहने को मजबूर हैं.
बायर ने बताया कि बिल्डर द्वारा जो ब्रोशर में वादे किए गए थे वह पूरे नहीं किए गए और उन में मनमाने बदलाव भी कर दिए गए. पूरी पेमेंट ले लिए जाने के बाद महागुन बिल्डर को रजिस्ट्री एनपीसीएल बिजली मीटर और बुनियादी सुविधाओं जैसी उनकी मांगों को तुरंत पूरी करनी चाहिए. बायर ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे.