Uttarakhand: CM धामी ने प्रवासियों को बताया ताकत, अफसरों को दिए खास निर्देश
Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने सेतु आयोग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। सीएम धामी (CM Dhami) ने इस बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए राज्य और प्रवासी उत्तराखंडियों के बीच संवाद और सहयोग को और मज़बूत करने पर ज़ोर दिया। बैठक में राज्य के विकास से लेकर प्रवासी जनों की भागीदारी तक कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवासियों के कल्याण और राज्य के विकास में उनकी भूमिका को लेकर भी महत्वपूर्ण बातें रखीं। सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने सचिवालय में सेतु आयोग की नीतिगत निकाय की प्रथम बैठक ली। इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि सेतु आयोग द्वारा राज्य की गोल्डन जुबली 2050 (Golden Jubilee 2050) तक का विजन डॉक्यूमेंट बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अगले 25 सालों में राज्य के सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय विकास के लिए सुनियोजित प्लान बनाकर उसका क्रियान्वयन किया जाए।
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विभागों की पॉलिसी का विस्तृत विश्लेषण
इस बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डियों को राज्य की विकास यात्रा से जोड़ने और राज्य में निवेश के लिए उन्हें प्रेरित करने की दिशा में भी काम किये जाएं। सीएम ने कहा कि सेतु आयोग द्वारा विभागों की पॉलिसी का विस्तृत विश्लेषण किया जाए और विभागों के कार्यों को बेहतर क्रियान्वयन के लिए पूरा सहयोग दिया जाए।
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सेतु आयोग का महत्वपूर्ण योगदान
मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि प्रदेश को सशक्त और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए सेतु आयोग (Bridges Commission) का महत्वपूर्ण योगदान होगा। सेतु आयोग द्वारा 2 साल की अल्पकालिक, 10 साल की मध्यकालिक और 25 वर्ष की दीर्घकालिक योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि योजना बनाने के साथ ही उनके क्रियान्वयन और अनुश्रवण पर विशेष जोर दिया जाए। राज्य में बागवानी और डेयरी क्षेत्र में कार्य की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सेतु आयोग के विशेषज्ञों द्वारा इस क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जाए।
सीएम ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास और आधुनिक प्रशिक्षण की दिशा में कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि सेतु आयोग को विभागों के उत्प्रेरक (कैटेलिस्ट) की भूमिका में कार्य करना होगा। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में संभावनाओं पर विषय विशेषज्ञों द्वारा संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार की जाए, जिससे विभागों को आगे काम करने के लिए सही दिशा मिले। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि, बागवानी, पर्यटन, ऊर्जा और औषधीय उत्पादों के क्षेत्र में कार्य करने की अनेक संभावनाएं हैं।

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इस बैठक में सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने अब तक आयोग द्वारा किए गए और आगे किए जाने वाले कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तकनीकी का अधिकतम प्रयोग, इकोनॉमी और इकोलॉजी में संतुलन और प्रभावी अनुश्रवण किया जाएगा। टाटा ट्रस्ट, बिल गेट्स फाउंडेशन (Bill Gates Foundation), नैस्कॉम, आईटीसी, महिंद्रा जैसी संस्थाओं के साथ मिलकर कृषि, उच्च शिक्षा, पशुपालन, स्वास्थ्य, उद्योग, कौशल विकास, आईटी और दूसरे क्षेत्रों में कार्य किया जाएगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि सेतु आयोग का सुचारू रूप से संचालन हो रहा है। आयोग का प्रमुख उद्देश्य राज्य के सामाजिक आर्थिक विकास को सशक्त बनाना है। एक माह के भीतर आयोग के कार्यों के आउटपुट राज्य के भीतर देखने को मिलेंगे।
जिलाधिकारियों के साथ भी की सीएम धामी ने बैठक
उत्तराखंड में गर्मी का असर बढ़ने लगा है। गर्मी आने के साथ ही पेयजल संकट और जंगलों में आग की घटनाएं भी चिंता का विषय बनने लगती हैं। इसी को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी को निर्देश दिए कि वे अपने जनपदों में पब्लिक सर्विस डिलीवरी, सड़कों को गड्ढा मुक्त करने, पेयजल आपूर्ति बनाए रखने और वन अग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष ध्यान दें। साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण व मरम्मत, बिजली और पानी की आपूर्ति पर लगातार निगरानी भी रखें।
सीएम धामी ने जन समस्याओं का तुरंत समाधान सुनिश्चित करने और 1905 और 1064 जैसे पोर्टलों पर प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने के भी दिए दिए। कहा कि श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा में हर संभवन मदद मिल सके इस पर विशेष ध्यान दें। इसके साथ ही अवैध अतिक्रमण, अवैध मदरसों पर विशेष अभियान चलाने, सभी विभागीय कार्यों की मॉनिटरिंग, सत्यापन अभियान में तेजी लाने और स्थानीय प्रशासन के साथ तालमेल बढ़ाने के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

