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UPI Payment: UPI करने वाले इन 10 गलतियों से बचें.. वरना अकाउंट होगा खाली!

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UPI Payment: UPI का इस्तेमाल करने वाले इन 10 गलतियां कभी न करें

UPI Payment: अगर आप भी UPI (Unified Payments Interface) का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि इन दिनों साइबर क्राइम खूब हो रहा है। हर दिन साइबर फ्रॉड (Cyber ​​Fraud) करने वाले लोग अलग अलग तरीके से आम लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी कर लेते हैं। आइए आज के इस खबर में विस्तार से जानते हैं कि UPI का इस्तेमाल करने वाले लोगों को किन गलतियों से बचना चाहिए….
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Pic Social Media

UPI क्या है और इसका उपयोग कैसे किया जाता है?

आपको बता दें कि यूपीआई (UPI) एक डिजिटल भुगतान प्रणाली (Digital Payment System) है जो भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा तैयार की गई है। यह आपको अपने बैंक अकाउंट से सीधे पैसे भेजने और प्राप्त करने की अनुमति प्रदान करता है, बिना किसी मध्यवर्ती चरण के। UPI का प्रयोग Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे ऐप्स के जरिए से किया जा सकता है।

UPI Scam के प्रकार और खतरे

UPI स्कैम कई प्रकार के हो रहे हैं, जिनमें से कुछ सबसे आम हैं:

फिशिंग स्कैम

इस प्रकार के स्कैम में स्कैमर आपके UPI क्रेडेंशियल्स, OTP, या पर्सनल डिटेल्स लेने के लिए फ्रॉड एसएमएस, ईमेल या फोन कॉल का प्रयोग करते हैं।

UPI QR Code Scam

इस प्रकार की ठगी में स्कैमर (Scammers) आपको आकर्षक मैसेज भेजकर आपको UPI QR कोड स्कैन करने के लिए कहते हैं, जिससे वे आपके खाते से पैसे निकाल सकते हैं।

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Public Wi-Fi Scam

सार्वजनिक Wi-Fi नेटवर्क का प्रयोग करके हैकर्स आपकी संवेदनशील जानकारी चोरी कर सकते हैं।

UPI सुरक्षा के लिए 10 महत्वपूर्ण टिप्स

पेमेंट कंफर्म करने से पहले ट्रांजैक्शन वेरिफाई करें

UPI यूजर्स को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि पेमेंट कंफर्म करने से पहले हमेशा प्राप्तकर्ता की UPI ID, फोन नंबर या बैंक अकाउंट नंबर सहित ट्रांजैक्शन की डिटेल्स की अच्छे से चेक कर लें। अनजाने में गलत प्राप्तकर्ता को पैसे भेजने से बचने के लिए जानकारी की एक्युरेसी को वेरिफाई करें।

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फिशिंग हमलों से सावधान रहें

आपके UPI क्रेडेंशियल्स, OTP, या पर्सनल डिटेल्स मांगने वाले फ्रॉड एसएमएस, ईमेल या फोन कॉल के जरिए से फिशिंग स्कैम का शिकार बनाते हैं। अनचाहे कम्युनिकेशन से बचें और कभी भी अननोन या असत्यापित सोर्स के साथ संवेदनशील जानकारी शेयर न करें।

मजबूत ऑथेंटिकेशन प्रोसेस का प्रयोग करें

अपने UPI ऐप तक सेफ एक्सेस के लिए पिन, पैटर्न, फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक जैसा मजबूत ऑथेंटिकेशन प्रोसेस का सेलेक्शन करें। कमजोर या आसानी से अनुमान लगाने योग्य पासवर्ड का प्रयोग करने से बचें जो आपके अकाउंट की सुरक्षा से समझौता कर सकते हैं।

ऐप लॉक और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन इनेबल करें

UPI ऐप्स द्वारा दी जाने वाली ऐप लॉक और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन जैसे इन-बिल्ट सेफ्टी फीचर्स का लाभ जरूर लें। अपने अकाउंट में अनधिकृत एक्सेस को रोकने के लिए इन फीचर्स को इनेबल करें, विशेषकर अगर आपका डिवाइस खो गया है या चोरी हो गया हो तो।

यूपीआई पेमेंट ऐप को हमेशा अपडेट रखें

यूपीआई पेमेंट ऐप को समय समय पर अपडेट करें। जिससे सुरक्षा पैच और नए फीचर्स आपके ऐप में शामिल हो सकें। पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क या असुरक्षित कनेक्शन पर यूपीआई पेमेंट करने से बचें, क्योंकि वे आपकी संवेदनशील जानकारी हैकर्स के सामने उजागर कर सकते हैं।

पैसे भेजने से पहले प्राप्तकर्ता का विवरण चेके करें

UPI के जरिए से फंड ट्रांसफर करने से पहले, उनकी UPI ID, नाम, और बैंक अकाउंट नंबर सहित प्राप्तकर्ता का ठीक से जांच करें। गलत प्राप्तकर्ता को पैसे भेजने या धोखाधड़ी में पीड़ित होने के जोखिम को कम करने के लिए थर्ड पार्टी एप्लीकेशन पर निर्भर करने के बजाय लाभार्थियों को मैनुअल रूप से जोड़ें।

नियमित रूप से अपना UPI PIN बदलें

अपने यूपीआई पिन को समय-समय पर बदलते रहें। अगर आप अनधिकृत पहुंच का संदेह करते हैं तो कम से कम तीन महीने में एक बार अपना पिन बदलने का लक्ष्य रखें।

स्कैम के बारे में खुद को जागरूक रखें

यूजर्स को टारगेट करने वाले सामान्य यूपीआई पेमेंट स्कैम और फ्रॉड रणनीति के बारे में सावधान रहना चाहिए। संभावित जोखिमों को प्रभावी ढंग से पहचानने और उनसे बचने के लिए स्कैम के रेड फ्लैग और चेतावनी संकेतों के बारे में खुद को शिक्षित करें।

डेली ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करें

ऑनलाइन लेन-देन को सेफ बनाने के लिए, व्यक्ति को दैनिक सीमाएं सेट करनी चाहिए। अपने उपयोग पैटर्न के आधार पर डेली ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करने के लिए यूपीआई ऐप द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधा का लाभ लें। दिन में ट्रांसफर की जा सकने वाली राशि को सीमित करके, आप अनधिकृत ट्रांजैक्शन को अधिक प्रभावी रूप से खोज और रोक सकते हैं, सीमा पार होने पर अलर्ट प्राप्त कर सकते हैं।

धोखाधड़ी होने पर तुरंत करें रिपोर्ट

अगर आपको अपने अकाउंट में धोखाधड़ी वाली गतिविधि या अनधिकृत ट्रांजैक्शन का संदेह है, तो तुरंत अपने बैंक या यूपीआई सर्विस प्रोवाइडर को इसकी सूचना दें। तुरंत कार्रवाई से आगे की हानि या क्षति को रोकने और इन्वेस्टिगेशन और सॉल्यूशन को सुविधाजनक बनाने में मदद मिल सकती है।