अब दिख रही है ‘रंगला पंजाब’ की झलक- मुख्यमंत्री
पी.एस.पी.सी.एल. में 1311 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे
जमीन चुनावों में पंजाब के लोगों ने एक बार फिर सूबे के हंकारी सियासतदानों को बुरी तरह नकारा
पिछले 32 महीनों में युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए 49,427 नियुक्ति पत्र सौंपे
Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने आज अपने कार्यकाल के महज 32 महीनों में लगभग 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां देकर एक नया कीर्तिमान कायम किया है।
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मुख्यमंत्री ने आज पी.एस.पी.सी.एल. में 1311 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे, जिसके साथ मार्च, 2022 में पद संभालने के बाद अब तक कुल 49,427 सरकारी कर्मचारियों की भर्ती की गई है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकारी नौकरियां पाने वाले सभी युवाओं को इस शुभ दिन की बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह सूबे के युवाओं पर कोई एहसान नहीं, बल्कि वे इन नौकरियों के हकदार हैं, पर पिछली सरकारों ने कभी उनके बारे में सोचा ही नहीं।” सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह गर्व और संतुष्टि की बात है कि इन युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर नौकरियां मिली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समुची भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने मार्च, 2022 में पद संभाला था और कुछ महीनों बाद पचवाड़ा कोल खनन से कोयला आपूर्ति फिर से शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि सूबे ने एक निजी कंपनी जी.वी.के. पावर के स्वामित्व वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीदकर इतिहास रचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे की सरकार ने 1080 करोड़ रुपये की लागत से निजी कंपनी के जी.वी.के. पावर के स्वामित्व वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीदकर सफलता की एक नई कहानी लिखी है। उन्होंने कहा कि सूबे में पहली बार उल्टा रुझान देखने को मिला है क्योंकि सरकार ने निजी पावर प्लांट खरीदा है, जबकि पहले सूबे की सरकारें अपनी संपत्तियां चहेते व्यक्तियों को सस्ती कीमत पर बेच देती थीं। उन्होंने युवाओं को सूबा सरकार द्वारा दी जा रही सरकारी नौकरियों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार युवाओं को सूबे की तरक्की और विकास में सक्रिय भागीदार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब बरकत वाली धरती है क्योंकि सूबे के गांव महान गुरुओं, संतों महापुरुषों और शहीदों से जुड़े हुए हैं और सूबे ने देश के लिए जानों वारने वाले सूरवीर पुत्र पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबियों का जन्म से ही उद्यमिता का गुण होता है, जिस कारण उन्होंने दुनिया भर में अपनी काबिलियत का प्रमाण दिया है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों की मेहनत की कोई थाह नहीं, जिस कारण वे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के खराब सिस्टम से निराश होकर विदेश जाने के लिए मजबूर युवा अब वापस लौट रहे हैं, जो कि सूबे में वतन वापसी का सकारात्मक रुझान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने तीन साल से भी कम समय में 49,427 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं, जो कि पंजाब के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन सरकारी नौकरियों में कुछ विदेशों से लौटे हुए युवा भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे के लोगों ने उन्हें उन सियासी पार्टियों से सत्ता से बाहर किया है जो हर पांच साल बाद सूबे को लूटने के लिए ‘उत्तर काटो मैं चढ़ा’ जैसे वादे करती थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को लोगों ने सेवा करने का मौका दिया है और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि विरोधी पक्ष के नेता उनकी सिर्फ इसलिए आलोचना करते हैं क्योंकि इन सियासतदानों को उनकी सरकार द्वारा लिए जा रहे जनहित फैसलों से जलन होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “रवायती पार्टियां मुझसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि मैं एक सामान्य परिवार से हूं। ये नेता सत्ता में बने रहने को अपना बुनियादी अधिकार समझते थे, इस कारण उन्हें यह हजम नहीं हो रहा है कि आम आदमी सूबे का शासन कैसे बेहतर तरीके से चला रहा है। इन सियासतदानों ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया, पर अब लोग इनकी भ्रमित करने वाली प्रचार रणनीतियों में नहीं आएंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन घमंडी सियासतदानों ने हमेशा सूबे के लोगों को ‘निजी जागीर’ समझ रखा था, जिसके कारण आखिरकार लोगों ने इन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले ही लोगों ने ऐसे सियासतदानों को सत्ता से बाहर किया, जो इन्हें ‘वैराइटी’ बताते थे। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च होते हैं, लेकिन इन सियासतदानों ने उन्हें अपनी वोट बैंक समझ रखा था, जिसके कारण लोगों ने इन्हें सिखाया है।
मुख्यमंत्री ने नव-नियुक्त युवाओं को सरकार का अनमोल अंग बनने का निमंत्रण देते हुए उन्हें पूरी मेहनत और जोश से लोगों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। सीएम भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि नव-नियुक्त युवा अपनी कलम का उपयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि इन युवाओं को अधिक से अधिक जनकल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने चाहिए, ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।
पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग करके पैसा इकट्ठा किया और बड़े-बड़े महल बनवाए। उन्होंने कहा कि इन महलों की दीवारें ऊंची हैं और दरवाजे आम तौर पर लोगों के लिए बंद रहते हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल में लोगों की कोई कद्र नहीं की, जिसके कारण जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है।
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मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुए कहा कि पिछली सरकारों के दौर में जनहित और खुशी के इस तरह के आयोजन बहुत कम देखने को मिलते थे। उन्होंने कहा कि अब एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है, जब सरकार द्वारा लोगों के लिए नए प्रोजेक्ट समर्पित किए जा रहे हैं और युवाओं को नौकरियों के अधिक मौके मिल रहे हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह रंगला पंजाब की ओर बढ़ते कदमों की झलक है और सूबा सरकार अब लोगों की सुविधा के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।
इससे पहले, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने मुख्यमंत्री और अन्य मेहमानों का स्वागत किया।