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Punjab: शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना पंजाब सरकार की प्राथमिकता- CM Mann

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11 करोड़ की लागत से बनी शहीद मेजर रविंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत जनता को समर्पित

स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं: मुख्यमंत्री

Punjab News: पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने आज कहा कि राज्य सरकार छात्रों को स्कूल स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उनकी किस्मत बदलने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

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माल रोड पर स्थित शहीद मेजर रविंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत को जनता को समर्पित करने के बाद, मुख्यमंत्री ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा क्रांति लाई है, जिसने सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों की किस्मत बदल दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है क्योंकि छात्रों की भलाई से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले माता-पिता सरकारी स्कूलों में दी जा रही शिक्षा में विश्वास नहीं रखते थे, लेकिन अब ये स्कूल आधुनिक शिक्षा के मंदिर बन गए हैं।

मुख्यमंत्रील (CM) ने कहा कि इस कारण बड़ी संख्या में छात्र कैथोलिक स्कूलों से सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा उनकी सरकार की पांच मुख्य प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि छात्रों की भलाई के लिए पंजाब के सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षण प्रथाएं अपनाई जाएं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बठिंडा (Bathinda) में लड़कियों का सबसे बड़ा और एकमात्र स्कूल है, जहां 2200 लड़कियां शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, और 1958 में स्थापित इस स्कूल के नवीनीकरण की आवश्यकता थी। उन्होंने बताया कि स्कूल की नई पांच मंजिला इमारत 11 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है और इसमें स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशाला, कंप्यूटर प्रयोगशाला, पुस्तकालय सहित 73 कमरे हैं। भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने बताया कि पहले यह स्कूल दो शिफ्टों में चलता था, लेकिन अब छात्रों की भलाई के लिए इसे एक ही शिफ्ट में चलाया जाएगा।

शिक्षा क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की गई अन्य पहलों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने पांच दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए 202 प्रिंसिपलों/शिक्षा अधिकारियों के छह बैच सिंगापुर भेजे हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह पिछले सप्ताह 72 प्रतिभाशाली प्राथमिक शिक्षकों के एक बैच को पेशेवर प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजा गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी प्रकार 152 मुख्याध्यापकों/शिक्षा अधिकारियों के तीन बैच, अत्याधुनिक अकादमिक प्रशिक्षण के लिए आई.आई.एम. अहमदाबाद में भी भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पंजाब के छात्र विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर देश का नाम रोशन करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे 12,316 योग्य कर्मचारियों को नियमित किया है। उन्होंने बताया कि इसी तरह अप्रैल 2022 से अब तक कुल 10,361 शिक्षकों की भर्ती की जा चुकी है और अन्य नए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा और सफाई के लिए लगभग 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ स्कूल ऑफ एमिनेंस के रूप में बदलने की प्रक्रिया चल रही है और राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हाई स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये का बजट प्रदान किया गया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को वर्दियां वितरित की जा चुकी हैं और छात्रों को मुफ्त वर्दियां देने के लिए लगभग 35 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस और लड़कियों के 17 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए परिवहन सुविधा भी शुरू की गई है।