Traffic Challan: दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai) और देश के तमाम बड़े शहरों की तर्ज पर अब बिहार राज्य में ऑटोमैटिक ई-चालान काटेगा। बिहार राज्य के तमाम शहरों के मुख्य चौराहों, बिजी रोड और ब्लैक स्पॉट पर तीसरी आंख कही जाने वाली CCTV कैमरे लगेंगे। इन कैमरों की मदद से हेलमेट (Helmet) और सीट बेल्ट (Seat Belt) के अलावा ओवरस्पीड (Overspeed)ओवरलोड (Overload)और गलत लेन (Wrong Lane) में ड्राइव (Drive) करने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए परिवहन विभाग ने एजेंसी (Agency) की खोज शुरू कर दी है। जो एजेंसियां इच्छुक है, उनसे 15 अक्टूबर (15 October) तक प्रस्ताव मांगा गया है।
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बता दें कि वर्तमान में पटना (Patna), मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur), भागलपुर (Bhagalpur) और बिहारशरीफ (Bihar Sharif) स्मार्ट सिटी में कैमरों की मदद से ई-चालान काटा जा रहा है। इसके अलावा राज्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highwat) के टोल-प्लाजा पर भी अगस्त से बीमा (Insurance), प्रदूषण (Pollution) और फिटनेस फेल (Fitness Fail) वाहनों का ई-डिटेक्शन एप (E-detection App) की मदद से आटोमैटिक ई-चालान (Automatic E-Challan) काटा जा रहा है। इसके तहत हर दिन औसत एक हजार गाड़ियों का ई-चालान काटा जा रहा है।
वहीं, कैमरों की मदद से ई-चालान कटने के बाद चारों स्मार्ट सिटी (Smarts City) शहरों और एनएच (NH) पर यातायात नियमों के उल्लंघन में कमी भी दर्ज की गई है। इसकी सफलता को देखते हुए ही सड़क सुरक्षा के लिए राज्य के शेष 34 जिलों में भी कैमरों की मदद से आटोमैटिक ई-चालान (Automatic E-Challan) की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
वाहन व सारथी पोर्टल से जुड़ेगा डाटा
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वालों की पहचान के लिए डाटा संग्रह भी किया जाएगा। इसके तहत कैमरों से कटने वाले चालान का डाटा वाहन (Data Vehicle) और सारथी पोर्टल (Sarathi Portal) से जोड़ा जाएगा, ताकि वाहन चालकों की पहचान हो सके। इसके अलावा उनकी गाड़ियों और चालान के पूर्व के नियम उल्लंघन की जानकारी भी मिल सके।
इन नियमों के उल्लंघन पर कटेगा चालान
- हेलमेट न पहनने पर
- ट्रिपल राइडिंग पर
- गाड़ी चलाते हुए मोबाइल चलाने पर
- सीटबेल्ट न लगाने पर
- 10 हजार से अधिक दुर्घटनाएं, 8,898 मौत
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बता दें कि राज्य में वर्ष 2022 में 10,801 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 8,898 लोगों की मौत हुई है। सड़क हादसों में मौत के मामले में बिहार शीर्ष राज्यों में शामिल है। इसका बड़ा कारण सड़क सुरक्षा की कमी और लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का अभाव है। इसी को देखते हुए सड़क सुरक्षा को लेकर सभी जिला मुख्यालय वाले शहरों में कैमरों की मदद से चालान की व्यवस्था की जा रही है।