Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) स्कूल खुलने का विचार बना रहे हैं। दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इन दिनों साउथ कोरिया (South Korea) के दौरे पर है। अपने दौरे के दूसरे दिन (मंगलवार) मुख्यमंत्री भजनलाल साउथ कोरिया के सियोल टेक्निकल हाई स्कूल (Seoul Technical High School) पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल जोबोक ली (Jobok Lee) और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की।
इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल ने नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने वाली तकनीक और स्कूल के एडवांस टेक्निकल सेंटर (Advanced Technical Center) को भी देखा। इस दौरान छात्रों के बातचीत भी की और न्यू टेक्नोलॉजी (New Technology) को लेकर कई बातें सीखी। सीएम ने छात्रों से AI तकनीक का अनुभव किया और कहा कि ‘युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए स्किल डेवलपमेंट (Skill Development) पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। उन्होंने सियोल टेक्निकल हाई स्कूल (Seoul Technical High School) को राजस्थान में भी ब्रांच खोलने के लिए आमंत्रित किया’।
ये भी पढ़ेंः साउथ कोरियाई निवेशकों का CM Bhajan Lal से बड़ा वादा, राजस्थान में इन्वेस्ट करने को तैयार
इतना ही नहीं इस दौरे पर सीएम भजनलाल और उनकी टीम ने प्रतिनिधिमंडल ने सैमसंग हेल्थ केयर, एलएक्स इंटरनेशनल, ओरियन कॉर्पोरेशन, ह्योसंग कॉर्पोरेशन (Samsung Health Care, LX International, Orion Corporation, Hyosung Corporation) के साथ-साथ कोरियन स्टोन एसोसिएशन सहित कई अन्य दक्षिण कोरियाई कंपनियों के साथ चर्चा की। जिसमें सैमसंग हेल्थकेयर ने राजस्थान के हेल्थ डिपार्टमेंट के साथ मिलकर प्रदेश के अस्पतालों में AI-आधारित नए हेल्थकेयर डिवाइस उपलब्ध कराने में अपनी रुचि दिखाई।
ये भी पढ़ेंः Rajasthan News: विदेश दौरे पर अपने साथ व्यापारियों को क्यों ले गए CM Bhajan Lal? पढ़िए पूरी खबर
बता दें, सीएम भजनलाल 9, 10 और 11 दिसंबर को जयपुर में होने जा रहे राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 (Rising Rajasthan Global Investment Summit 2024) का आयोजन को लेकर दक्षिण कोरिया गए है। इस समिट में कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हील्स), इन्फ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रोकेमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन सहित कई सेक्टरों पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।