Nabha Jail Break Case

Nabha Jail Break Case: कैसे रोमी ने रची थी नाभा जेल ब्रेक की साजिश ?

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Nabha Jail Break Case की पढ़िए पूरी कहानी

Nabha Jail Break Case: गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी को हांगकांग से भारत लाया गया है। पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने उसे हांगकांग (Hong Kong) से प्रत्यर्पण पर भारत लाई । नाभा जेल कांड के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह रोमी को जेएमआईसी रेजिडेंस (Balkar Singh) पर पेश किया गया। जिसके बाद गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी को 14 दिन के लिए जेल भेजा गया है। पंजाब पुलिस रोमी को सुबह 3 बजे लेकर आई और 4:30 बजे उसे जेल भेज दिया गया। गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी (Gangster Ramanjit Singh Romi) पर कई धाराओं में नाभा जेल ब्रेक केस दर्ज है। हांगकांग से भारत लाने वाली पुलिस पार्टी में हरविंदर विर्क (एआईजी), बिक्रमजीत सिंह बराड़ (डीएसपी), दविंदर कुमार अत्री (डीएसपी), इंस्पेक्टर हैरी बोपाराय, इंस्पेक्टर रोनी शामिल थे। पुलिस पार्टी ने सुबह 3 बजे सिविल अस्पताल नाभा में मेडिकल के बाद सुबह 4 बजे बलकार सिंह जेएमआईसी नाभा (Naabha) के आवास पर लाया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

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डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि पंजाब पुलिस के अथक प्रयासों के कारण, मुख्य साजिशकर्ता रोमी को भारत वापस लाया गया है। वह हरमिंदर सिंह मिंटू और कश्मीर सिंह गलवाड़ी के साथ-साथ आईएसआई और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के अन्य भागे हुए कैदियों के संपर्क में था।

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डीजीपी ने ट्वीट में आगे लिखा, ‘हम इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए हांगकांग के अधिकारियों, सीबीआई, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अन्य सभी केंद्रीय एजेंसियों को धन्यवाद देते हैं। इस घटना में पुलिस की वर्दी पहने गैंगस्टरों ने उच्च सुरक्षा वाली जेल में घुसपैठ की और 6 खतरनाक कैदियों/गैंगस्टरों को छुड़ा लिया था।

इन गैंगस्टरों में हरमिंदर सिंह उर्फ ​​मिंटू, गुरप्रीत सिंह सेखों, अमनदीप सिंह ढोटियां, कुलप्रीत सिंह उर्फ ​​नीटा देयोल, कश्मीर सिंह उर्फ ​​गलवाड़ी और गैंगस्टर हरजिंदर सिंह उर्फ ​​विक्की गौंडर शामिल हैं। आपको बता दें कि विक्की गौंडर को बाद में पंजाब पुलिस ने 26 जनवरी 2018 को राजस्थान में मार गिराया था, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया था। रोमी, जो शेरा खुब्बन/ विक्की गौंडर गिरोह का एक प्रमुख सदस्य है, ने नाभा जेल ब्रेक को अंजाम देने के लिए गिरोह के सदस्यों को जेल में जाने के लिए वित्तीय सहायता, हथियार और नकली आईडी प्रदान की थी। इसके साथ ही जेल से भागने वाले कैदियों को सुरक्षित घर और ठिकाने भी उपलब्ध कराए गए। आपको बता दें कि पटियाला में नाभा जेल ब्रेक की घटना 27 नवंबर 2016 को हुई थी।

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नाभा जेल ब्रेक की पूरी कहानी पढ़िए

नाभा जेल ब्रेक कांड, जिसने पंजाब सहित पूरे देश में भूचाल ला दिया था। पुलिस की वर्दी में घुसे बदमाश जेल से 6 खूंखार गैंगस्टर छुड़वा लिए थे। अब पुलिस को उम्मीद है कि मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह उर्फ रोमी के भारत आने से बहुत कुछ पता चलेगा। आपको बता दें कि लंगर के बहाने बदमाश जेल के अंदर घुसे थे। किसी ने इस वारदात के बारे में सोचा भी नहीं था। 8 साल पहले हुई वारदात आज भी लोगों के जेहन में है। पुलिस की वर्दी में 12 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर 6 लोगों को जेल से छुड़वा लिया था। 8 को छुड़वाना था, लेकिन 2 लोग लापरवाही की वजह से भाग नहीं पाए थे।

सेखों को छुड़ाने के लिए तैयार हुई थी साजिश

अभी भी यह नहीं पता चल पाया है कि नाभा जेल ब्रेक में कितने बदमाश शामिल थे? अब मास्टरमाइंड रोमी के भारत आने के बाद उम्मीद है कि वारदात का खुलासा हो जाएगा। आपको बता दें कि पंजाब का कुख्यात गुरप्रीत सेखों और उसके 5 साथी जेल में बंद थे। रोमी उसकी गैंग में शामिल था। जिसने पूरी साजिश रची और इस घटना को 27 नवंबर 2016 को अंजाम दिया गया। सेखों ने इससे पहले अगस्त में रोमी को उसे जेल से भगाने और विदेश भेजने की व्यवस्था के लिए कहा था। जिसके बाद प्लानिंग के तहत पटियाला जिले की नाभा जेल पर हमला हुआ। हमले में गुरप्रीत के साथ खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू को जेल से निकालने में सफल हो गए थे।

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फरारी के बाद इन लोगों को पासपोर्ट और कैश भी दिया गया था। लेकिन कुछ ही देर बाद पुलिस ने मिंटू को पकड़ ली थी। वहीं, फरार गैंगस्टर विक्की गौंडर एनकाउंटर में मार दिया था। पंजाब पुलिस ने मामले में 30 लोगों को आरोपी बनाया था। प्लानिंग के तहत हमले से कुछ देर पहले लंगर सेवा के नाम पर गुरप्रीत सेखों, हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गौंडर समेत सभी 6 बदमाश मेन गेट पर आ गए थे। उसी वक्त हमला हुआ। 6 बदमाश फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने पीछे रहे 2 बदमाशों को जेल से नहीं निकलने दिया था। जिसके बाद एक पिंदा नाम का शख्स यूपी से पकड़ा गया था।

मैप बनाकर हुआ था हमला

उसने इस बात का खुलासा किया था कि वारदात का मास्टरमाइंड रोमी ही है। सभी बदमाश पटियाला के पास मुदकी में मिले थे। 4 गाड़ियों को लूटा लिया गया था। फिर नकली नंबर प्लेट तैयार की गई। ये नंबर प्लेट एक्टिवा और स्कूटी की थीं। जिसके बाद इन लोगों ने वर्दी पहनी। 12 लोग इन गाड़ियों में नकली पुलिसवाले बनकर जेल पहुंचे। वारदात के बाद सभी आरोपी एक साथ कैथल भागे। फिर वहीं से अलग-अलग हुए। पिंदा लूट के मामले में नाभा जेल में रह चुका था। उसने ही जेल का पूरा मैप बनाया था। दूसरे बदमाश प्रेमा ने बदमाश इकट्ठा किए थे। बदमाशों को शरण असलम ने दी थी। जो सोनीपत का शूटर था। हथियार मनी नाम के शख्स ने जुटाए थे।

6 साल उसे भारत लाने की लड़ी जंग

रमनजीत सिंह रोमी को साल 2018 में हांगकांग में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से पंजाब ने केंद्र सरकार के समक्ष यह मामला उठाया था। साथ ही उसके प्रत्यर्पण के लिए कार्रवाई शुरू हो गई थी। लेकिन वहां से उसे भारत लाने के लिए भारत की तरफ से लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई। वहां की अदालत में पंजाब पुलिस ने उस पर आरोप साबित किए थे। जिसके बाद अब यह सफलता मिल पाई है।