सुरजीत सिंह चानी, लखीमपुर खीरी
दुधवा टाइगर रिजर्व में हाथियों के संरक्षण पर दिया जा रहा ध्यान
देश के सबसे बड़ा क्षेत्रफल के हिसाब से दुधवा टाइगर रिजर्व में बना एलीफेंट रिजर्व
World Elephant Day 2024..Lakhimpur Kheri,UP,: विश्व हाथी दिवस हर साल आज 12 अगस्त को दुनिया भर में हाथियों के संरक्षण और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आयोजित एक वार्षिक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है।
विश्व हाथी दिवस का क्या महत्व है?
विश्व हाथी दिवस का उद्देश्य अफ्रीकी और एशियाई हाथियों के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बंदी और जंगली हाथियों की आबादी की बेहतर देखभाल और सुरक्षा के लिए जानकारी और प्रभावी समाधानों को बढ़ावा देना है. IUCN की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची के अनुसार, अफ्रीकी हाथियों को “लुप्तप्राय” के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जबकि एशियाई हाथियों को “लुप्तप्राय” के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. कुछ संरक्षणवादियों ने चेतावनी दी है कि अगले बारह वर्षों में अफ्रीकी और एशियाई दोनों हाथी विलुप्त हो सकते हैं.
यूपी के लखीमपुर खीरी में मौजूद दुधवा के तराई एलिफेंट रिजर्व घोषित होने के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व के साथ दक्षिण खीरी वन प्रभाग को मिलाकर तराई क्षेत्र में हाथियों के संरक्षण और संवर्धन को मिल रहे नए आयाम
पार्क प्रशासन हाथियों की सुरक्षा और उनके रखरखाव को लेकर कर रहा बेहतर कार्य
दुधवा टाइगर रिजर्व देश का पहला 33वां और उत्तर प्रदेश का पहला हाथी रिजर्व बना
पीटीआर समेत दक्षिण खीरी वन प्रभाग का 3,049.39 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल शामिल है। इसमें डीटीआर 2200 पीटीआर 730 और दक्षिण खीरी वन प्रभाग का 172 वर्ग किलोमीटर का जंगल होगा शामिल