Haryana News: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी (CM Naib Singh Saini) ने तोहफा दिया है। सीएम सैनी ने कहा कि शहरों में 1 लाख परिवारों को मकान (House) मिलेंगे। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को किफायती आवास उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना (Chief Minister Urban Housing Scheme) की नीति को मंजूरी दे दी है।
ये भी पढ़ेः कांग्रेस पर CM सैनी हमलावर..बोले पार्टी का रास्ता ना दिल्ली पहुंचा ना चंडीगढ़, दोनों रास्ते में साफ
इस नीति के तहत राज्य के उन सभी गरीब परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, जिनके पास शहरी क्षेत्रों में या तो अपना मकान नहीं है या फिर वे वर्तमान में कच्चे मकानों में रहते हैं।
शुरुआत में इस योजना के तहत 1 लाख आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को आवास उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके लिए परिवार पहचान पत्र में सालाना आय 1.80 लाख से कम होनी चाहिए और परिवार के किसी भी सदस्य के पास पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
यह निर्णय मुख्यमंत्री नायब सैनी (Chief Minister Naib Saini) की अध्यक्षता में हुई हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। इसके अलावा सरकार ने पंचायतों में 20 साल से काबिज लोगों को राहत देते हुए मालिकाना हक देने का निर्णय लिया है। लेकिन इसके लिए बाजार मूल्य के बराबर धनराशि सरकारी खजाने में जमा करवानी होगी।
युवाओं को 20 हजार रुपए मासिक देगी सरकार
युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए आईटी सक्षम युवाओं को 6 महीने तक 20 हजार रुपए मासिक पारिश्रमिक देने का निर्णय लिया गया है। उसके बाद सातवें महीने से 25,000 रुपए मासिक इंडेंटिंग संस्थाओं द्वारा दिए जाएंगे। यदि कोई आईटी सक्षम युवा तैनात नहीं हो पाता है, तो उस स्थिति में सरकार उसे 10,000 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आईटी पृष्ठभूमि वाले युवाओं (स्नातक/स्नातकोत्तर) को रोजगार प्रदान किया जाएगा, जो न्यूनतम 3 महीने की अवधि के लिए हरियाणा आईटी कार्यक्रम (विशेष रूप से डिजाइन किए गए अल्पकालिक पाठ्यक्रम) करेंगे और उसके बाद राज्य के विभिन्न विभागों/बोर्डों/निगमों में तैनात किए जाएंगे।
इसके साथ ही हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सस्ती दरों पर आवास और आवासीय इकाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना को लागू करने का निर्णय लिया है।
कैबिनेट बैठक में लिए गए ये फैसले
- जिला जींद के गांव बडनपुर और सुन्दरपुरा को तहसील उचाना से निकालकर तहसील नरवाना में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। अब इन गांवों की तहसील व उपमंडल मुख्यालय नरवाना होगा।
- मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में युवा सशक्तिकरण और रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आईटी सक्षम युवा योजना-2024 तैयार की गई है, जिसके तहत पहले चरण में 5 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- आईटी सक्षम युवा को पहले 6 महीनों में ₹20,000 का मासिक पारिश्रमिक दिया जाएगा और उसके बाद 7वें महीने से ₹25,000 मासिक इंडेंटिंग संस्थाओं द्वारा दिए जाएंगे। यदि किसी आईटी सक्षम युवा को तैनात नहीं किया जा सकेगा तो उस स्थिति में सरकार उसे ₹10,000 प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देगी।
- मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना साल 2024-25 और साल 2025-26 तक लागू की जाएगी। ग्रामीण विकास विभाग ऐसे चिह्नित लाभार्थियों की सूची उपलब्ध करवाएगा, जिन्हें महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत 100 वर्ग गज के प्लॉट का कब्जा नहीं दिया गया।
- बेसहारा गोवंश को आश्रय देने के उद्देश्य से मंत्रिमंडल की बैठक में ग्राम पंचायत रंगला खंड तावडू जिला नूंह की 7 एकड़ 4 कनाल 7 मरला भूमि मातृधारा गोवंश रक्षण एवं संवर्धन ट्रस्ट को 1000-1500 पशुओं की गौशाला बनाने के लिए 20 साल के लिए पट्टे पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
- हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (वार्ड एवं चुनाव का सीमांकन) नियम, 2023 में संशोधन को मंजूरी दी गई। पहले मतदाता सूची में नाम शामिल करवाने के लिए 100 रुपए और 500 रुपए के भुगतान का प्रावधान था, जिसे अब हटा दिया गया है।