three others arrested in NEET paper leak case

NEET पेपर लीक मामले में नीतीश कुमार समेत 3 गिरफ्तार..पढ़िए बड़ा खुलासा

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NEET Paper Leak Case: देश में हुए NEET पेपर लीक का मामला दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है जहां अब 4 आरोपियों ने पेपर लीक (Paper Leak) करने की बात स्वीकार ली है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Union Ministry Of Education) ने पटना में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET)-स्नातक 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बुधवार को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी है।
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इस मामले में अभी तक कुल 4 आरोपियों ने कबूलनामा किया है जिसमें पहला नाम अनुराग यादव का है तो वहीं 3 और अन्य जिसमे नीतीश कुमार, अमित आनंद और अनुराग यादव के फूफा सिकंदर यादवेंदु शामिल है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि अब तक की छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे। इनमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बाकी 9 परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए EOU ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी NTA से जानकारी मांगी थी।

जानकारी मिलने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि सभी अभ्यर्थी बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं।

कबूलनामे में आरोपियों ने बताया कि पेपर लीक हुआ है। इसके लिए पैसे भी लिए गए थे। आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार इस पेपर लीक करने वाले गैंग ने परीक्षा से एक दिन पहले अभ्यर्थियों को प्रश्न और उत्तर रटवाए थे। आरोपी अनुराग यादव ने कबूल किया कि नीट का पेपर लीक हो चुका था। परीक्षा से ठीक 1 दिन पहले 4 मई को क्वेश्चन पेपर पहुंच गया था।

एक आरोपी ने बताया कि पेपर लीक कराने के एवज में हर छात्र से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए। जबकि सिकंदर नाम के एक आरोपी ने बताया कि एजेंट ने हर छात्र से 32 लाख रुपये मांगे थे लेकिन उसने ज्यादा कमाई के लिए हर छात्र से 40-40 लाख रुपये लिये।

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पूछताछ में पटना के रहने वाले 32 साल के आरोपी नीतीश कुमार ने बताया कि एक ऑफिस में एक काम के दौरान मेरी दोस्ती अमित आनंद से हुई और बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक कराकर बच्चों को पास करवाता है। अमित ने उसे बताया कि पेपर लीक कराने के लिए हर छात्र से 30 से 32 लाख रुपये लेता है।

नीतीश ने पुलिस को बताया कि नीट की परीक्षा के लिए सिंकदर यादवेंद्र ने छात्रों को 4 मई की रात बुलाया। उस रात सभी छात्रों को प्रश्न पत्र दिखाकर उत्तर रटवाया गया। इसने यह भी बताया कि वह बीपीएससी की परीक्षा में भी पेपर लीक कराने के मामले में जेल जा चुका है। आर्थिक अपराध शाखा ने इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।