AajTak Vidisha News: देश की हाईप्रोफाइल सीटों की जब बात होती है तो मध्य प्रदेश की विदिशा (Vidisha) सीट का नाम जरूर आता है। विदिशा लोकसभा को अगर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सबसे प्रतिष्ठित लोकसभा सीट कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसका कारण है कि यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) भी 1991 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं यहां से पूर्व विदेश मंत्री और नेता प्रतिपक्ष रहीं सुषमा स्वाराज (Sushma Swaraj) भी चुनाव लड़ चुकी हैं। काफी समय तक मध्य प्रदेश के सीएम की गद्दी संभालने वाले मामा शिवराज सिंह चौहान के लिए भी इस सीट को पूरे प्रदेश की राजनीति में जाना जाता है।
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विदिशा बीजेपी (BJP) की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक मानी जाती है। लेकिन इस कांग्रेस दावा कर रही है कि विदिशा में बदलाव होने जा रहा है, तो वहीं बीजेपी का कहना है कि एक बार फिर से विदिशा में कमल खिलने जा रहा है। इस दावों में कितनी सच्चाई है इसकी पड़ताल करने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ निकल पड़ी विदिशा। जहां अंजना के तीखे सवालों ने सच का सामने लाकर रख दिया। 7 मई को बहुचर्चित विदिशा संसदीय क्षेत्र में वोट डाले जाएंगे। इस बार इस सीट से बीजेपी ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को तो कांग्रेस ने भानु प्रताप शर्मा को टिकट दी है।
आजतक की टीम जब विदिशा पहुंची तो यहां भारी तादाद में जनता मौजूद थी। फिर शुरू सवालों का सिलसिला। सवाल पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी किया गया तो उन्होंने कहा कि विदिशा हमारा परिवार है। इसी संसदीय क्षेत्र में मेरा जन्म हुआ, यहीं से हमने संघर्ष की शुरुआत की यहीं से इमरजेंसी में जेल गया। हम नेता नहीं भाई बेटा और मामा हूं। उन्होंने आगे कहा कि पीएम के प्रति पूरे देश का विश्वास है। कांग्रेस अब समाप्ति की ओर जा रही है।
सवाल-जवाब का सिलसिला जब शुरू हुआ तो पहला सवाल कांग्रेस की तरफ से आया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यहां की जनता को हमेशा धोखा दिया है। कपट किया है झूठ बोलकर राम का नाम लेकर इस संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज की है। तो वहीं दूसरी व्यक्ति ने कहा कि 18 साल सीएम रहे 5 बार शिवराज सिंह चौहान सांसद रहे विदिशा की स्थिति बहुत खराब है, विदिशा की सड़कें बहुत खराब है, विदिशा का विकास नहीं हुआ, युवाओं के लिए रोजगार नहीं है। इस चुनाव में नौकरी बड़ा मुद्दा है।
इन सवालों के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि विदिशा में विकास हुआ है। पहले विदिशा में न सड़क थी न पानी था और नहीं बिजली थी लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने यहां खूब विकास किया है। कार्यक्रम में आए बीजेपी नेता ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान को टिकट मिलने से खुशी का माहौल है। रिकार्ड मतों से शिवराज सिंह चुनाव जीतेंगे।
किसानों के मुद्दों को लेकर बीजेपी नेता ने कहा कि जो भी वादें करते हैं 5 साल में उन्हें पूरा करना होता है। अभी सरकार बनी है हम सभी वादों को पूरा करेंगे। जनता का समर्थन हमारे साथ है यह विधानसभा चुनाव में भी साबित हो गया है।
यहां आए एक किसान ने कहा कि आज किसान परेशान है, ये देश किसानों का देश है, आज किसाने के साथ मोदी जी कोई वादा पूरा नहीं किया। 35 सालों से बीजेपी सासंद हैं लेकिन युवाओं को पढ़ने की कोई व्यवस्था नहीं है, हमारे बच्चे बाहर पढ़ने जा रहे हैं।
इस सवाल के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि यहां शिवराज सिंह चौहान जी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनवाया।
तो एक बुजुर्ग युवाओं के रोजगार की बात की उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि विदिशा में रोजगार के अवसर पैदा हों। यहां के लोगों को बाहर नौकरी करने न जाना पड़े।
इस कार्यक्रम में आई एक महिला सरपंच ने कहा कि गांव में खेतों तक रोड पहुंच गई है। सड़क बहुत अच्छी है। बिजली की कोई दिक्कत नहीं है। तो दूसरी महिला ने कहा कि जब से मोदी जी आए हैं बड़े काम करते आ रहे हैं। मेरे पास अभी नौकरी नहीं है लेकिन पीएम पर भरोसा है कि वो नौकरी भी दिलाएंगे।
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जानिए विदिशा का हाल
विदिशा मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक है। ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र मध्यभारत का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जा सकता है। यह शहर पहले दो नदियों के संगम पर बसा हुआ था, जो बाद में दक्षिण की ओर बढ़ता जा रहा है। इन प्राचीन नदियों में एक छोटी-सी नदी का नाम वैस है। इसे विदिशा नदी के रूप में भी जाना जाता है।
2019 का जनादेश
बीजेपी के रमाकांत भार्गव ने 8,53,022 प्राप्त कर जीत हासिल की तो वहीं कांग्रेस के शैलेन्द्र पटेल को 3,49,938 वोट मिले।
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में सुषमा स्वराज ने कांग्रेस के लक्ष्मण सिंह को हराया था। आपको बता दें लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई हैं। इस चुनाव में सुषमा स्वराज को 7,14,348(66.55 फीसदी) वोट मिले। लक्ष्मण सिंह को 3,03,650(28.29 फीसदी) वोट मिले। सुषमा स्वराज की जीत 4 लाख से ज्यादा वोटों से हुई थी।