Supertech Ecovillage 2

अचानक फिर से Supertech Ecovillage 2 में हलचल क्यों बढ़ी?

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR
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Supertech Ecovillage 2 में अचानक से बढ़ गई हलचल, जानिए पूरा मामला

Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी सुपरटेक इकोविलेज 2 (Supertech Ecovillage 2) से बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) का प्रतिनिधिमंडल अतुल यादव के नेतृत्व में इको विलेज 2 के पीड़ितों से मिलने पहुंचा और और पीड़ितों से उनका दर्द जानने की कोशिश की। उनके साथ जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी, जिला उपाध्यक्ष रविन्द्र यादव, अकबर खां, दीपक नागर, मोहित यादव, अमन नागर, गजेंद्र यादव आदि मौजूद थे।
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समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता अतुल यादव ने इको विलेज 2 में पानी के कारण 500 से ज्यादा बच्चों के बीमार होने को बड़ी घटना बताते हुए कहा कि कोई व्यक्ति अपने बच्चों का दुख बर्दाश्त नहीं कर सकता है ऐसे में सरकार की अनदेखी बड़ी कमी है। वहीं सत्ता पक्ष के कुछ नेता सोसाइटीवासियों के लिए इलाज और व्यवस्था करने के बजाय इस मामले पर लीपापोती करने में लगे हुए हैं।

सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने की सूचना के साथ ही इको विलेज 2 के पीड़ितों की नाराजगी अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि विधायक और सांसद पर भड़क उठा । निवासियों का दावा है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक सांसद और विधायक प्रतिनिधि तक सोसाइटी में नहीं आए। आपको बता दे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए सांसद प्रतिनिधि संदीप शर्मा और विधायक प्रतिनिधि दीपक यादव हैं।

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Pic Social media

निवासियों ने सोशल मीडिया पर लिखा की कम से कम किसी राजनीतिक दल का कोई नेता तो पीड़ितों से मिलने और हाल जानने पहुंचा लेकिन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दादरी विधानसभा प्रत्याशी राजकुमार भाटी और सांसद प्रत्याशी का चुनाव लड़े डॉ महेंद्र नगर भी अभी तक पीड़ितों से मिलने नहीं पहुंचे हैं। जो यह बताता है कि समाजवादी पार्टी की ओर से पहल तो शुरू हुई है लेकिन बड़े नेताओं, खास तौर पर विधान सभा, लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने जनता की सुध लेना आवश्यक नहीं समझा है।

ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या कई दिनों से खराब पानी के कारण बीमार हुए 1500 से ज्यादा पीड़ित परिवारों से मिलने सत्ता पक्ष के विधायक तेजपाल नागर और सांसद डॉक्टर महेश शर्मा स्वयं या अपने प्रतिनिधियों को भेज कर पीड़ितों का दर्द कम करने की कोशिश करेंगे या यह पूरा प्रकरण महज आम घटना बनकर रह जाएगा।

बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इको विलेज 2 (Eco Village 2) सोसाइटी में 6 दिन बाद भी दर्जनों बच्चे अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं और कई नए मरीज भी सामने आ रहे हैं। प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग के एक्शन के बाद भी सोसाइटी के ज्यादातर लोग बाहर से बोतलबंद पानी मंगवाकर पी रहे हैं। हालत बेकाबू होने पर बिसरख स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार और बुधवार दो दिन सोसाइटी में कैंप लगाकर मरीजों को दवा दी। इसके बाद भी ज्यादातर बच्चों पर दवा का असर नहीं हुआ। आरोप है कि सरकारी दवा भी इस समस्या में फेल होती दिख रही है। पीड़ित लोगो का कहना है समझ नही आ रहा है कि दवा की क्षमता कम है या जो भी संक्रमण यहां सोसाइटी में फैला है, वह इतना खतरनाक है कि उस पर दवा का कोई असर नहीं हो रहा है।

जानिए क्या है पूरी घटना

सोसाइटी के लोगों का आरोप है कि एक हफ्ते पहले अचानक इको विलेज 2 के 200 से ज्यादा लोग जिनमें अधिकतर बच्चे थे डायरिया के संभावित बीमारी से बीमार होने लगे । अचानक से हुए इस घटनाक्रम के कारण लोग अपने बच्चों को लेकर पास के अस्पतालों में पहुंचे लेकिन अगले दिन तक यह आंकड़ा 400 और फिर 1500 परिवार तक इससे प्रभावित होने का दावा किया गया। मामला बड़ा तो अगले ही दिन प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग की टीम इको विलेज टू पहुंची और अंडरग्राउंड वाटर में कमी पाए जाने पर बिल्डर और मेंटेनेंस कंपनी पर जुर्माना लगाया और बिसरख स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की जांच भी की ।

निवासियों ने आरोप लगाया कि सोसाइटी के बेसमेंट में कई जगह गंदा पानी जमा है, जिसके अंडरग्राउंड वाटर रिजरवेयर (UGR) में मिलने की आशंका है। कुछ डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में E-Coli का संक्रमण है। ऐसे में सोसाइटी के लोगों की आशंका को बल मिल रहा है कि कहीं न कहीं, पीने के पानी में एसटीपी का पानी मिला है।