AajTak Amethi News: उत्तर प्रदेश का अमेठी भारत की चुनावी राजनीति में अपने महत्वपूर्ण स्थान रखता है। 2019 के आम चुनावों में, यहां बहुत मजेदार चुनावी मुकाबला देखने को मिला था। बीजेपी (BJP) की प्रत्याशी स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने 2019 के चुनाव में 55,120 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्हें 4,68,514 वोट मिले। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस (Congress) के उम्मीदवार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को हराया था जिन्हें 4,13,394 वोट मिले। इस बार यानी कि 2024 में मतदाताओं में खासा उत्साह है और वे लोकतंत्र में वोटों की ताकत दिखाने को और ज्यादा जागरुक और तैयार हैं।
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इस साल यानी कि 2024 में अमेठी लोक सभा (Amethi Lok Sabha constituency) निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी से स्मृति ईरानी प्रमुख उम्मीदवार हैं। आपको बता दें अमेठी से सबसे पहले संजय गांधी (Sanjay Gandhi) 1977 में चुनाव लड़े लेकिन वह चुनाव हार गए थे, हालांकि 1980 में इसी सीट से वह चुनाव जीते। और तब से 2019 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। लेकिन 2019 में यहां बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है। क्
या इस बार भी ऐसा ही कुछ होने वाला है, या एक बार फिर से कांग्रेस की झोली में यह सीट जाएगी। इस सवाल का जवाब जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ पहुंची अमेठी।
आजतक की टीम जब अमेठी पहुंची तो टीम का तालियों से स्वागत हुआ। फिर अंजना ओम कश्यप ने शुरू किया सवालों का सिलसिला। आपको बता दें कि स्मृति ईरानी बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार हैं हालांकि अभी कांग्रेस ने यहां से अपने उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं किया है उम्मीद लगाई जा रही है कि राहुल गांधी यहां से चुनाव लड़ेगें।
पहला सवाल जब जनता से लिया गया तो जवाब आया कि राहुल गांधी करारी हार नहीं हारे हैं इस बार राहुल गांधी यहां से दीदी की विदाई करने आ रहे हैं। तो वहीं युवा कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अमेठी की जनता बहन-बिटिया की बड़ा इज्ज्त और सत्कार है लेकिन इस बार के चुनाव में उनकी विदाई का समय आ गया है।
तो वहीं इस जवाब पर पलटवार करते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि अमेठी की जनता राहुल को मौका दे चुकी है लेकिन राहुल ने यहां विकास नहीं किया। इसीलिए अमेठी की जनता ने स्मृति ईरानी को जिताया है और एक बार फिर से अमेठी की जनता स्मृति ईरानी को अपना सांसद बनाने जा रही है।
स्मृति ईरानी के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बीते पांच साल में विकास के कई काम किये हैं जाम की समस्या से अमेठी के लोगों को छुटकारा स्मृति ईरानी ने दिलाया है। पहले न यहां दीवानी थी, न जिला जेल था, लेकिन आज यहां तेजी से विकास हो रहा है।
तो एक बुजुर्ग ने कहा कि राहुल गांधी ने यहां चुनाव लड़ेगें और लगभग 5 लाख वोटों से जीत भी दर्ज करेंगे।
कार्यक्रम में आई जनता ने कहा कि स्मृति ईरानी ने यहां विकास कार्य बहुत किए हैं। कोरोना काल बीत गया क्या राहुल गांधी एक बार भी अमेठी आए। अमेठी में बहुत बार दैविक आपदा आई लेकिन उस समय भी कांग्रेस के नेता नजर नहीं आए। आक्सीजन के लिए कोरोना काल में हाहाकार मचा था आज अमेठी में स्मृति ईरानी की वजह से अक्सीजन प्लॉन्ट लगा है।
अमेठी का सियासी समीकरण
अमेठी यूपी के 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे बहुजन समाज पार्टी (बसपा B.S.P.) सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था। गौरीगंज शहर अमेठी जिले का मुख्यालय है। शुरुआत में इसका नाम छत्रपति साहूजी महाराज नगर था लेकिन इसे बदलकर अमेठी कर दिया गया।
इस निर्वाचन क्षेत्र में पहली 1967 में चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस के विद्या धर बाजपेयी को जीत मिली थी। साल 1971 से 1977 तक के चुनाव में जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह सांसद बने थे। 1980 में कांग्रेस के संजय गांधी ने रवींद्र प्रताप सिंह को हराया। एक विमान दुर्घटना में संजय गांधी का निधन हो गया। जिसकी वजह से 1981 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें राजीव गांधी ने जीत दर्ज की। यह भारत के नेहरू-गांधी परिवार की राजनैतिक कर्मभूमि भी रहा है। संजय गांधी, राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। 2014 आम चुनाव में राहुल गांधी यहां से सांसद चुने गए थे लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
2019 का रिजल्ट
बीजेपी के स्मृति ईरानी 4,68,514 वोटों से जीते दर्ज करते हुए राहुल गांधी को हराई थीं। इस चुनाव में राहुल गांधी को 4,13,394 वोट मिले थे।
2014 का जनादेश
कांग्रेस के राहुल गांधी 4,08,651 वोट मिले थे उन्होंने बीजेपी से प्रत्याशी स्मृति ईरानी को हराया था आपको बता दें कि स्मृति ईरानी को 3,00,748 वोट मिले थे तो वहीं आम आदमी पार्टी के डॉ. कुमार विश्वास को 25,527 वोट मिले थे।