Vastu Tips: घर के बाथरूम से जुड़े वास्तु के नियमों को जान लीजिए, नहीं हो सकते हैं कंगाल
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में हमारी डेली रूटीन से जुड़ी ऐसे बातें बताई गई हैं, जिसना अगर हम सही से पालन कर लें तो अपनी किस्मत का रूख ऊंचाइयों की ओर मोड़ सकते है। हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। मान्यता है कि अगर किसी काम को शुरू करने से पहले वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में बताये गए नियमों का पालन किया जाए तो ऐसे में उसके जो परिणाम होते हैं वह हमारे जीवन पर काफी सकारात्मक असर डालते है। वहीं, जब हम वास्तु शास्त्र में बताये गए नियमों का पालन नहीं करते हैं या बताए गए नियमों को नजरअंदाज करते हैं तो इससे न सिर्फ सकारात्मक परिणाम (Positive Results) नहीं मिलता तो वहीं अन्य कई बाधा भी आती हैं।
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हमारे वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में बाथरूम (Bathroom) से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। हम इससे जुड़ी कोई गलती न करें इसके लिए नियम बनाए गए हैं। आइए आज के इस खबर में हम आपको वास्तु शास्त्र में बताई गयी कुछ ऐसी गलतियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको हर कीमत पर करने से बचना चाहिए। अगर आप इन गलतियों को करते हैं तो ऐसे में आपको आर्थिक नुकसान के साथ साथ अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
किस दिशा में न हो आपका बाथरूम
वास्तु शास्त्र के मुताबिक आपको अपने घर के उत्तर या फिर उत्तर पूर्व दिशा में कभी भी टॉयलेट (Toilet) या फिर बाथरूम को नहीं बनवाना चाहिए। यह दिशा भगवान कुबेर और धन की देवी लक्ष्मी की दिशा मानी जाती है। अगर आप इस दिशा में बाथरूम बनवाते हैं तो ऐसे में आपको पैसों से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। सिर्फ यही नहीं, आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम दिशा में बाथरूम नहीं बनवाना चाहिए। अगर आप इस दिशा में बाथरूम या टॉयलेट बनवाते हैं तो ऐसे में परिवार के सदस्यों के सेहत पर काफी बुरा असर पड़ सकता है।
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किस दिशा में होना चाहिए नल
वास्तु शास्त्र के मुताबिक आपको हमेशा अपने घर के उत्तर दिशा में नल या फिर शावर लगवाना चाहिए। यह दिशा बाथरूम के लिए काफी शुभ मानी जाती है। केवल यहीं नहीं, आपको अपने बाथरूम में भूलकर भी शीशा नहीं लगवाना चाहिए। जब आप अपने बाथरूम में शीशा लगवाते हैं तो इससे आपके जीवन में काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के मुताबिक, बाथरूम बनाने के लिए उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है। इन दिशाओं में बाथरूम बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
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बाथरूम में भूलकर भी न रखें यह चीज
वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों के अनुसार आपको अपने घर के बाथरूम में कभी भी खाली बाल्टी को नहीं रखना चाहिए। जब आप अपने बाथरूम में खाली बाल्टी रख देते हैं तो यह आपके लिए दुर्भाग्यपूर्ण साबित हो सकता है। कई बार बाथरूम में खाली बाल्टी रखने के कारण से बने बनाए काम भी खराब होने लगते हैं या फिर रुक जाते हैं। आपको इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि आप अपने बाथरूम के दरवाजे को हमेशा बंद रखें। आपको इसे खुला हुआ नहीं रखना चाहिए।
भूल से भी न रखें गीले कपड़े
बहुत से लोग बाथरूम में गीले कपड़े छोड़ देते हैं। एक तो ये गंदे होते हैं, दूसरे ये गीले होते हैं। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने लगता है। मान्यता है कि इससे सूर्य दोष उत्पन्न होता है, जो घर की प्रगति को रोकता है। इसका सहज उपाय यही है कि गीले कपड़ों को तुरंत धोकर सूखने के लिए डाल दें।
कुछ लोगों की यह आदत होती है कि वे नहाने के बाद टूटे हुए बाल बाथरूम में ही छोड़ देते हैं। अगर आपके अंदर भी यह आदत है तो इसे सही कर लीजिए। आपके ऐसा करने से शनिदेव और मंगल नाराज होते हैं और आपको उनके दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।
यह बात सुनकर आप हैरान हो जाएंगे कि घर में बाथरूम ऐसी जगह पर होना चाहिए जहां पर्याप्त रोशनी आती हो। यदि बाथरूम में हमेशा अंधेरा रहता है तो ये आपके जीवन में नकारात्मकता का कारण बन सकता है।