बड़ी और बुरी ख़बर नोएडा के एक स्कूल से सामने आ रही है। जहां एक स्कूल के बंद होने से 1500 बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है। दरअसल नोएडा प्राधिकरण ने करीब 15.49 करोड़ रुपए बकाया न चुकाने पर सेक्टर 56 स्थित सीबीएसई से मान्यता प्राप्त एक स्कूल को सील कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को 1991 में 3549 वर्गमीटर जमीन कुल जमीन की कीमत के 20 फीसदी पर आवंटित की गई थी। उसके बाद से स्कूल प्रबंधन ने कभी कोई राशि नहीं दी। प्राधिकरण ने 3 सितंबर 2020 में भूमि आवंटन रद्द कर दिया था। लेकिन कोविड महामारी के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस स्कूल में 1500 से ज्यादा बच्चे पढ़ते है।
ख़बर के मुताबिक सेक्टर-56 के ई-1ए के भूखंड पर स्कूल का निर्माण किया गया है। भूखंड का आवंटन उत्तराखंड जन कल्याण परिषद के नाम से 1991 का है। 1992 में कब्जा लिया गया। इस दौरान 20 प्रतिशत पैसा जमा किया गया। 80 प्रतिशत के लिए किस्त बनाई गई। लेकिन एक बार भी पैसा जमा नहीं किया गया। बकाया के संबंध में प्रबंधन को 11 अगस्त को 2020 को अंतिम नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि इससे पहले 14 मार्च 2023 और 6 अप्रैल 2023 को भी कब्जा वापस करने के लिए पत्र दिए गए। लेकिन कब्जा वापस नहीं किया गया। 21 अप्रैल 2023 को कब्जा वापस करने के लिए नोटिस जारी कर तीन दिन का समय दिया गया। जिसके बाद 24 अप्रैल को प्राधिकरण ने स्कूल को सील कर दिया गया
ANSPA के महासचिव के अरुणाचलम के मुताबिक ऐसे स्कूलों को सील करना एकदम सही है.. ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.. योगी सरकार का कड़ा कदम उन स्कूलों के लिए सीख है जो फर्जी तरीके से चलाए जा रहे है। पर चिंता की बात यह इन छात्रों का क्या होगा।
स्कूल सीलिंग की जानकारी मिलने ही पेरेंट्स की भीड़ स्कूल गेट पर जमा हो गई। इसके बाद प्राधिकरण पुलिस वहां पहुंची। कुछ देर बाद स्कूल का स्टॉफ और प्रिंसिपल को बाहर जाने के लिए कहा गया। जिसके बाद पेरेंट्स ने प्रिंसिपल को घेर लिया और जवाब मांगने लगे। प्रिंसिपल और स्टॉफ के साथ धक्का मुक्की भी हुई। पुलिस प्रशासन ने पेरेंट्स को शांत कराया। प्राधिकरण ने स्कूल के प्रिंसिपल ऑफिस और बाहर से मेन गेट को सील कर दिया।