Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किए गए सत्यापन अभियान (Verification Campaign) की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने कहा यह राज्य के लिए बेहद जरूरी है। शनिवार (Saturday) देहरादून (Dehradun) में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में राज्य की संस्कृति, अवधारणा और अस्मिता (Culture, Concept and Identity) से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य की जनसांख्यिकी (Demography) में जो बदलाव आया है, उसके लिए वेरिफिकेशन अभियान उत्तराखंड में चलाई गई थी, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। उन्होंने आगे कहा, उत्तराखंड का जो राज्य का मूल स्वरूप है, जो राज्य की अवधारणा है वह अवधारणा बनी रहनी चाहिए। उसके लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
सीएम धामी (CM Dhami) ने कहा कि राज्य का स्वरूप किसी भी कीमत पर खराब नहीं होना चाहिए। राज्य में जो जनसांख्यिकीय बदलाव (Demographic Change) हुआ है, उससे राज्य की मूल संस्कृति से छेड़छाड़ ना हो। उसके लिए पिछले दिनों हमने वेरीफिकेशन अभियान भी चलाया है। इस अभियान को आगे हम और भी शक्ति से चलाएंगे। हमें उसके परिणाम भी सकारात्मक रूप से देखने को मिल रहे हैं। हमारा यह अभियान आगे चलता रहेगा।
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बता दें, उत्तराखंड में बदल रही जनसांख्यिकी (Demographic ) को देखते हुए बीते दिनों राज्य सरकार ने राज्य में वेरिफिकेशन अभियान शुरू किया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने कुछ दिन पहले देहरादून के पुलिस मुख्यालय में राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार (Abhinav Kumar) और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने पुलिस अधिकारियों को ‘जनसांख्यिकी परिवर्तन, धर्म परिवर्तन और लव जिहाद’ ( Demographic Change, Religious Conversion and Love Jihad) की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इस पर DGP अभिनव कुमार ने कहा था कि राज्य में 2011 के बाद कोई जनगणना नहीं हुई है। इसके बावजूद कुछ लोगों के बीच खासकर पहाड़ी जिलों में यह धारणा है कि पिछले कुछ वर्षों में बाहर से लोगों के बसने के कारण राज्य की जनसांख्यिकी (Demographic) बदल गई है।