Uttarakhand: उत्तराखंड की धामी सरकार (Dhami Government) का ‘भ्रष्टाचारमुफ्त’ एप 1064 रिश्वतखोरों के लिए काल साबित हो रहा है। दरअसल, धामी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) की मुहिम के तहत तीन साल में विजिलेंस ने रिकॉर्ड 57 ट्रैप कर 68 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। ‘भ्रष्टातारमुफ्त’ एप पर अब तक तकरीबन 973 विजिलेंस और नॉन विजिलेंस की शिकायतों दर्ज हुई हैं। इनमें से भ्रष्टाचार से जुड़ी 38 शिकायतों पर विजिलेंस जांच गतिमान है। जबकि नॉन विजिलेंस से जुड़ी शिकायतें संबंधित विभागों को भेजी गई हैं।
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उत्तराखंड राज्य बनने के बाद जहां भ्रष्टाचार से जुड़े 281 ट्रैप में कुल 303 आरोपी गिरफ्तार हुए। वहीं, धामी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड 57 ट्रैप कर विजिलेंस ने 68 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। विजिलेंस की इस कार्रवाई में 13 से ज्यादा सरकारी कर्मचारी और कई बड़े अधिकारी भी शामिल है।
सरकार के निर्देश पर विजिलेंस ने भी ‘भ्रष्टाचारमुक्त’ एप 1064 का प्रचार-प्रसार जोरों से किया। जिसका नातिजा यह एप अब ना केवल विजिलेंस बल्कि आम नागरिक के लिए भी मददगार साबित हो रहा है।
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दरअसल, पहले लोग विजिलेंस के पास जाने से ना केवल डरते थे बल्कि बचते भी थे। सरकारें भी विजिलेंस को खुली छूट नहीं देती थी। इससे भ्रष्टाचारियों के हौंसले बुलंद रहते थे, लेकिए अब ऑनलाइन (Online) शिकायत दर्ज होने के बाद विजिलेंस की भी मजबूरी है कि शिकायत को जिम्मेदारी के साथ और समय पर निपटाना है।
सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर सख्त कार्रवाई के साथ कार्य कर रही है। भ्रष्टाचारी छोटा हो या बड़ा, सभी की जगह जेल में हैं। उत्तराखंड में भ्रष्टाचारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए सरकार ने विजिलेंस को पहले से ज्यादा संसाधन युक्त बनाकर भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मेरे द्वारा स्वयं विजिलेंस के कार्यों की मॉनिटरिंग और समीक्षा की जा रही है।