Uttar Pradesh में शिक्षकों और अनुदेशकों की भर्ती के नियमों के संबंध में ये मुख्य सूचना है। दरअसल अब प्रदेश में रिटेन एग्जाम और इंटरव्यू के जरिए अब टीचर्स का सिलेक्शन किया जाएगा। वहीं, नियुक्ति प्रक्रिया में 90 प्रतिशत अंक रिटेन एग्जाम और 10 पर्सेंट साक्षात्कार के अंक को जोड़कर मेरिट सूची को तैयार किया जाएगा। वहां जहां पर इंटरव्यू नहीं होगा, वहां लिखित परीक्षा से नियुक्ति होगी, इसका फैसला उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने शिक्षक भर्ती के संबंध में ये नियम वाली तैयारी की है।
UP Teachers Recruitment Rule: जानिए कि असिस्टेंट प्रोफेसर और प्राचार्य के पदों पर कैसे होगी भर्ती
राज्य के डिग्री कॉलेज में प्राचार्यों की भर्ती में रिटेन एग्जाम और साक्षात्कार के जरिए होगा। इसके अलावा, ये भी जानकारी सामने आई है कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में भर्ती की निगरानी के लिए एक अलग विशेषज्ञ पैनल को तैनात किया जाएगा, जो कि पूरे रिक्रूटमेंट प्रोसेस पर नजर रखेगा।
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अगस्त के महीने में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन को मिली ये मंजूरी
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को अभी मंजूरी हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में हुई बैठक में मिली है। इस नए आयोग को बनाने के पीछे का मकसद भी ये था राज्य में अलग अलग स्तरों पर शिक्षकों की होने वाली भर्ती का एक ही आयोग की ओर से शुरू कराया जाए, फिलहाल अभी तक अलग अलग आयोग टीचर्स की नियुक्ति करते थे। वहीं, इससे कैंडिडेट को भी काफी सहूलियत हो जाएगी कि उन्हें प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में निकलने वाली भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी एक ही आयोग के पोर्टल पर अवलेबल हो सकेगी।