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UP News: गाजियाबाद के लोगों के लिए अच्छी ख़बर आ गई

गाज़ियाबाद दिल्ली NCR
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UP News: गाजियाबाद के लोगों मिलेगी बड़ी राहत, पढ़िए पूरी खबर

UP News: अगर आप भी गाजियाबाद (Ghaziabad) में रहते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी। आपको बता दें कि आए दिन बिजली मीटर खराबी या गड़बड़ी की समस्या सामने आती रहती है। बिजली मीटर की खराबी और गलत बिल की समस्या से उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए ऊर्जा निगम ने नई बिलिंग व्यवस्था (New Billing System) शुरू की है। अब एप पर मीटर की रीडिंग अपलोड (Readings Upload) किए बिना बिल जनरेट नहीं हो सकेगा। उपभोक्ताओं को उतने का बिल मिलेगा जितने यूनिट की यूज मीटर में शो होगी। इसके लिए ऊर्जा निगम ने प्रोब व ओसीआर (Optical Character Recognize) एप से बिलिंग की व्यवस्था तैयार की है। जहां ओसीआर काम नहीं करेगा, वहां प्रोब से बिल बनाया जाएगा।
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Pic Social Media

आपको बता दें कि कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें मीटर रीडर (Meter Reader) किए बिना ही बिल बनाकर भेज दिया जाता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को बार-बार ऊर्जा निगम के अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रोब बिलिंग योजना की शुरुआत की गई। जिसमें एक केबल के एक सिरे को मीटर में और दूसरे सिरे को मोबाइल से कनेक्ट किया जाता है। इसके बाद मीटर में दर्ज डाटा पूरी तरह से मोबाइल में आ जाता है। जिसके बाद ही बिल बनाकर उपभोक्ताओं को दिया जाएगा। इसके अलावा मीटर रीडर के साथ ऊर्जा निगम का एक संविदाकर्मी भी मौके पर मौजूद रहेगा।

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जानिए कैसे काम करता है ओसीआर

ओसीआर बिलिंग के लिए एप बना लिया गया है। जिसमें मीटर रीडर और संविदा कर्मचारी को उपभोक्ता के मीटर को स्कैन करना होता है। स्कैन करने के बाद सारा डाटा एप पर चला जाता है। जिसके बाद एप अपने से खपत की गई यूनिट की गणना करके बिल बनाता है।

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एके सिंह, अधीक्षण अभियंता, जोन एक ने कहा कि नया ओसीआर बिलिंग एप सभी रीडरों को डाउनलोड करा दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें एप के संचालन का प्रशिक्षण भी दे दिया गया है। प्रक्रिया के तहत बिल बनने से बहुत सुधार आएगा। रीडर बिल नहीं बना सकेंगे। साइट पर पहुंचकर मीटर स्कैन किए बिना बिल नहीं बनेगा। इससे स्टोर रीडिंग बिलिंग पर भी अकुंश लगेगा।