कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों...! इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है यूपी के छोटे से शहर रामपुर के शाहबाद की रहने वाली कीर्ति सागर ने। कीर्ति ने PCS अफ़सर बनकर ना सिर्फ परिवार, दोस्तों बल्कि जिले का नाम भी रौशन किया है।
कीर्ति को तीसरे प्रयास में 67वी रैंक मिली और उनका सेलेक्शन डिप्टी जेलर के पद पर हुआ है। ख़बरीमीडिया से ख़ास बातचीत में कीर्ति ने बताया कि पिता ने निधन के बाद उनकी मां मां गीता रानी ने हिम्मत नहीं हारी। आर्थिक मुश्किलों का सामना किया लेकिन बेटी को पढ़ाती रहीं। इस मुकाम तक पहुचने के लिए कीर्ति सागर ने हालात और चुनौतियों से लंबी लड़ाई लड़ी। अब डिप्टी जेलर बनने के बाद घर मे खुशी का माहौल है।
ख़बरीमीडिया की तरफ से कीर्ति सागर को ढेर सारी शुभकामनाएं।