TRP आ गई है। जिसमें कुछ चैनलों का मीटर अप हुआ है तो कुछ डाउन चले गए हैं। 15% TRP के साथ न्यूज़18 इंडिया पहले नंबर पर काबिज है। 12.5% TRP के साथ टीवी9 भारतवर्ष दूसरे नंबर पर है।
आंखमिचौली का खेल इंडिया टीवी और आजतक में चल रहा है। हालांकि आजतक की TRP 0.4फीसदी डाउन हुई है। 11.8% TRP के साथ आजतक तीसरे और 11.7% के साथ इंडिया टीवी चौथे नंबर पर झंडा बुलंद किए हुए है। रिपब्लिक भारत की टीआरपी भी 0.2फीसदी लुढ़की है और चैनल 10.9% टीआरपी के साथ 5वें नंबर पर आ गया है।
सबसे बड़ी राहत एबीपी न्यूज़ ने ली है। एबीपी की टीआरपी 7फीसदी पहुंच गई है। चैनल की टीआरपी 0.1% बढ़ी है। जो निश्चित तौर पर एबीपी और उनके मुखिया मुखिया संत प्रसाद राय के लिए अच्छी खबर कही जा सकती है। एबीपी में चीजें बहुत तेजी से बदल रही है। और ये बदलाव चैनल के स्क्रीन पर साफ नजर आ रहा है। संत प्रसाद राय के आने के बाद प्रोग्राम का सेलेक्शन और कंटेट में जबरदस्त बदलाव देखने को मिल रहा है। वो भी तब जब संत की सेना की छोटी सी टुकड़ी ही वहां पहुंची है। ऐसे में जब दूसरे हमलावर सैनिक एबीपी पहुंचेंगे तब निश्चित तौर पर बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। इसके कयास अभी से लगने शुरू हो गए हैं।
संपादक के तौर पर संत प्रसाद राय एबीपी न्यूज को ऊपर ले जाने के लिए रात-दिन एक किए हुए हैं। यही वजह है कि पुराने ढर्रे पर अब तक चले आ रहे एबीपी न्यूज़ को संजीवनी मिलती दिखाई दे रही है। जाहिर है जिस तरह से संपादक और उनकी सेना लगी हुई है, आने वाले समय में एबीपी न्यूज़ में और भी बदलाव देखने को मिल सकता है।