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Traffic Challan: ज़्यादा चालान वालों की ज़्यादा कटेगी जेब..जानिए कैसे?

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Traffic Challan: अब ट्रैफिक नियम तोड़ना पड़ेगा महंगा, जेब पर बढ़ेगा एक और बोझ

Traffic Challan: अगर आप भी ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते हैं तो यह आपके लिए महंगा पड़ सकता है। ऐसे लोगों से अब सरकार चालान के साथ-साथ एक और भरपाई करवाएगी। आपको बता दें कि ट्रैफिक नियम (Traffic Rules) तोड़ने वालों को ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए और सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उद्देश्य से दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को लेटर लिखकर ट्रैफिक वॉयलेशंस (Traffic Violations) को रोकने और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देकर वर्तमान स्थिति में सुधार लाने के लिए इंडेक्स लिंक्ड इंश्योरेंस प्रीमियम (Insurance Premium) का प्रावधान करने का प्रस्ताव रखा है।

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Pic Social media

उनका मानना है कि वित्तीय स्तर पर नरमी न बरतने से जिम्मेदारीपूर्ण ड्राइविंग के व्यवहार को बढ़ावा मिलेगा। जिससे सड़क दुर्घटनाएं कम होगी और लोगों की जान सड़क हादसों में नहीं जाएगी। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री से आग्रह किया है कि वह इंडेक्स लिंक्स इंश्योरेंस प्रीमियम स्कीम लागू करने के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI को जल्द ही एक नीतिगत ढांचा तैयार करने का निर्देश दें।
वित्त मंत्री को भेजी गई इस चिट्ठी में एलजी ने गाड़ियों के वीमा प्रीमियम को गाड़ी या ड्राइवरों के खिलाफ दर्ज ट्रैफिक वॉयलेशंस की संख्या से जोड़ने की अपील की है। उन्होंने इसके लिए ड्राइवर के व्यवहार को दर्शाने वाले टियर्ड इंश्योरेंस प्रीमियम सिस्टम के प्रस्ताव पर विचार करने का अनुरोध किया है, जिसके तहत हाई स्पीड और लापरवाही से गाड़ी चलाने या अन्य ट्रैफिक वॉयलेशंस संबंधी अपराधों या रिकॉर्ड की हिस्ट्री रखने वाले वाहनों के लिए हाई इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान करना पड़े।

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एलजी विनय कुमार सक्सेना (LG Vinay Kumar Saxena) के मुताबिक ऐसा सिस्टम लागू करने से न केवल इंश्योरेंस लागत को ड्राइवर की वास्तविक जोखिम के बराबर किया जा सकेगा, बल्कि यह बार-बार किए गए क्लेम की वजह से वीमाकर्ताओं पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को भी कम करने में सहायक होगा। अमेरिका समेत यूरोपीय देशों में अपनाई जाने वाली इस वित्तीय निवारक संचालित पद्धति (फाइनैंशल डेटरेस ड्रिवन एप्रोच) से जिम्मेदार ड्राइविंग को बढ़ावा मिलता है और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। साथ ही इंश्योरेंस क्लेम का भी ठी से प्रबंधन किया जा सकेगा।

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एलजी ने ओवर स्पीडिंग और रेड लाइट जंप पर चिंता जाहिर करते हुए एलजी ने केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के हालिया डेटा का उल्लेख करते हुए ओवर स्पीडिंग और रेडलाइट जंपिंग की बढ़ती प्रवृत्ति जो लगभग 70 फीसदी भीषण सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण मानी जाती है। एलजी के अनुसार, वर्ल्ड बैंक के डेटा एनालिसिस से पता चला है कि कई बार ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाली गाड़ियों का भीषण सड़क दुर्घटनाओं में शामिल होने का खतरा साफ- सुथरी ड्राइविंग का रिकॉर्ड रखने वाले वाहनों की तुलना में 40 प्रतिशत ज्यादा रहता है।

ट्रैफिक नियम तोड़ रहे हैं लोग

एलजी ने ट्रैफिक पुलिस के डेटा के हवाले से यह भी कहा है कि साल 2023 में 60 प्रतिशत भीषण सड़क दुर्घटनाएं उन गाड़ियों से हुई है, जिनका पहले से ही किसी न किसी ट्रैफिक वॉयलेशन, मुख्य रूप से ओवर स्पीडिंग और रेडलाइट जंपिंग में चालान हो चुका है। ऐसी गाड़ी, जिनका एक साल में तीन या उससे अधिक बार चालान हुआ है, उनकी भीषण सड़क दुर्घटनाओं में भागीदारी अन्य गाड़ियों की तुलना में ज्यादा पाई गयी है।