भोपाल से इंदौर तक यही पुकार..’काला क़ानून’ वापस लो सरकार

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देश में लागू हिट एंड रन कानून क्या लागू हुआ..एमपी से यूपी तक लॉकडाउन जैसी नौबत आ गई। ऐसे में अगर आपने गलती से भी एमपी से राजस्थान..ट्रेन से कहीं सफ़र पर निकल गए तो सिवाए पछताने के आपके पास कोई और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा।

अब उसकी वजह भी जान लीजिए। स्टेशन पर कैब, टैक्सी, ऑटो सब है। लेकिन हड़ताल की वजह से कोई भी आपको, आपके घर तक नहीं छोड़ पाएगा। मतलब आपको अपनी या फिर दोस्त या रिश्तेदार की ही गाड़ी बुलानी होगी। कानून के विरोध में पूरे मध्यप्रदेश में बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर हैं। नए साल के मौके पर जहां लोग घूमने निकलते हैं, वहीं आज अधिकतर जिलों में बसों के पहिए थमे हुए हैं।  हिट एंड रन कानून का असर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पर दिख रहा है।

हड़ताल के कारण भोपाल के कई स्कूलों ने छुट्टियों का ऐलान किया है। कुछ स्कूलों ने 2 दिनों के लिए, कुछ ने एक दिन के लिए स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। इसके परिणामस्वरूप, कुछ स्कूलों ने पैरेंट्स को सूचित करके बच्चों को स्कूल नहीं आने के लिए कहा है और कुछ स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करेंगे।

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कॉर्मल कॉन्वेंट स्कूल और IES पब्लिक स्कूल ने अपने पैरेंट्स को मैसेज भेजकर बताया है कि बस ड्राइवरों की हड़ताल के कारण 2 और 3 जनवरी को स्कूल बंद रहेगा। विभिन्न स्कूलों ने अपने छात्रों के लिए छुट्टी घोषित की है, और कुछ ने ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है।

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स्कूल प्रबंधन के मैसेज में छुट्टियों की वजह के रूप में ड्राइवर्स की हड़ताल और डीजल की शार्टेज को बताया गया है। अन्य स्कूलों ने भी अपने पैरेंट्स को सूचित करके इस चरम परिस्थिति के बारे में बताया है और उन्हें बच्चों को स्कूल लाने और लेने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है।

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IPS स्कूल ने भी 2 जनवरी को छुट्टी का फैसला किया है और प्रबंधन ने अभिभावकों को मैसेज के माध्यम से सूचित किया है कि ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण स्कूल बंद रहेगा।

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पेट्रोल ख़त्म होने से आम जनता बेहाल

मध्यप्रदेश पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि हमारे पेट्रोल-डीजल से भरे टैंकर बकानिया डिपो पर खड़े हुए हैं। बकानिया के रिलायंस और भारत पेट्रोलियम के दो डिपो से ही पूरे भोपाल में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई होती है। ट्रांसपोर्टर की हड़ताल के कारण टैंकर डिपो से पेट्रोल पंप तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे में कई पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल खत्म होने की स्थिति में हैं। प्रशासन की तरफ से हमें कोई सुरक्षा नहीं मिल पा रही है, यह स्थिति पूरे मध्यप्रदेश में बनी हुई है।

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सैकड़ों ड्राइवरों ने हड़ताल कर सीहोर शहर में निकाली आक्रोश रैली
केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए हिट-एंड-रन कानून के खिलाफ सोमवार को सीहोर जिले में बसों ट्रकों के पहिए थम गए। बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। सैकड़ों ड्राइवरों की हड़ताल का व्यापक असर देखा गया। ड्राइवरों ने एकजुट होकर शहर में नारेबाजी करते हुए आक्रोश रैली निकाली।

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ड्राइवरों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर काग्रेस परिवहन प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जसबीर सिंह खनूजा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर सतीष राय को दिया। ड्राइवरों ने हिट-एंड-रन कानून के मुताबिक, हादसे में शामिल ड्राइवर्स के लिए 10 वर्ष की कैद और भारी भरकम जुर्माने की सजा तय की गई है। इस कानून का असर परिवहन उद्योग के लिए भी बढ़ा खतरा बना हुआ है। देश की अर्थ व्यवस्था भी बिगड़ने का अंदेशा बना हुआ है, जिसके चलते इस काले कानून को वापस लेने की मांग की है।

सरकार नया हिट एंड रन कानून वापस ले : मप्र ड्राइवर महासंघ
भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन की नई पालिसी के विरोध में मप्र ड्राइवर महासंघ ने सोमवार को 12 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस अवसर पर संघ अध्यक्ष राजकुमार रैदास ने कहा कि हादसे घटित होने पर चालकों के विरूद्ध 10 साल की सजा और मोटी रकम की वसूली काले कानून जैसा है। हम इसका विरोध करते हैं, जब तक ऐसा काला कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।