Noida-Greater Noida

Noida-Greater Noida के 12 स्कूलों की क़िस्मत तय करेगी कमेटी

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Noida-Greater Noida के 12 बड़े स्कूलों पर बड़ा संकट

Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा (Noida-Greater Noida) के स्कूलों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि नोएडा जिला प्रशासन ने निशुल्क बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत एडमिशन (Admission) देने से मना करने वाले 12 प्राइवेट स्कूलों पर सख्त एक्शन लिया है। डीएम (DM) ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ मान्यता रद्द करने की कार्रवाई के आदेश देते हुए कमेटी बनाई है। इस कमेटी ने इन स्कूलों के खिलाफ रिपोर्ट दी तो इनकी मान्यता रद्द हो सकती है।
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Pic Social Media

बेसिक शिक्षा अधिकारी (Basic Education Officer) राहुल पंवार ने जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को आरटीई के तहत एडमिशन न लेने वाले 12 स्कूलों की जानकारी दी थी। इस मामले में डीएम ने इसे लेकर मान्यता रद्द करने की कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कमेटी की रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश भी दिए हैं। एसडीएम वेद प्रकाश पांडे की अध्यक्षता में गठित कमेटी में जिला दिव्यांग अधिकारी आशीष कुमार और कुमारी मायावती इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य छवि सिंह को शामिल किया गया है। कमेटी ने स्कूलों को नोटिस भेजा है।

इन स्कूलों को मिला नोटिस

आपको बता दें कि जन स्कूलों को नोटिस भेज दिया गया है उनमें नोएडा के बाल भारती पब्लिक स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, द मिलेनियम स्कूल, रामाज्ञा स्कूल, राघव ग्लोबल स्कूल, शिव नादर स्कूल, फॉर्चून वर्ल्ड स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल और ग्रेटर नोएडा के दरबारी लाल फाउंडेशन वर्ल्ड स्कूल, ऑक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल और संस्कार रोजा जलालपुर शामिल हैं।

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30 दिन नहीं गए स्कूल तो आउट ऑफ स्कूल..

वहीं, दूसरी तरफ नोएडा (Noida) के परिषदीय विद्यालयों में 30 दिन से ज्यादा स्कूल न आने पर छात्र को और किसी भी परीक्षा में 35 फीसदी से कम नंबर आने वाले विद्यार्थियों को आउट ऑफ स्कूल की श्रेणी में रखा जाएगा। इस बारे में महानिदेशक बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से जिला बेसिक अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।

निर्देश में यह भी कहा गया है कि छह से 14 साल का कोई बालक नामांकित नहीं है तो वह बिना विद्यालय का माना जाएगा। नामांकन के एक साल में लगातार 30 दिन अनुपस्थित रहता है तो उसे आउट ऑफ स्कूल मान लिया जाए। अगर वार्षिक मूल्यांकन में 35 फीसदी से कम नंबर मिले हैं तो ऐसे बच्चों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए एक्स्ट्रा क्लास चलाई जाए।

अब होगी हर महीने बैठक

बीएसए राहुल पंवार ने कहा कि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति पर निगरानी रखने को हर महीने में प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की मीटिंग होगी। ऐसे बच्चों की भी निगरानी होगी, जो लगातार अनुपस्थित रहते हैं। इसके बाद अध्यापक बच्चे के माता-पिता की काउंसिलिंग करेंगे और अभिभावकों को जागरूक करते हुए बच्चे को रोजाना स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे।

ANSPA के महासिचव के अरुणाचलम ने इसे शिक्षा विभाग की अच्छी पहल बताया। उनका कहना है कि स्कूलों की चालाकी की वजह से कई होनहार बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे स्कूलों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

इन स्कूलों की मान्यता रद्द होने का खतरा

बाल भारती पब्लिक स्कूल
दिल्ली पब्लिक स्कूल
रामज्ञया स्कूल
द मिलेनियम स्कूल
समसेरा वर्ल्ड एकेडमी
दरबारी लाल फाउंडेशन वर्ल्ड स्कूल
राघव ग्लोबल स्कूल
शिव नादर स्कूल
आर्मी पब्लिक स्कूल
फार्चून वर्ल्ड स्कूल
संस्कार रोजा जलालपुर
आक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल