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Supertech के फ्लैट ख़रीदार..ज़रूरी ख़बर पढ़ लीजिए

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Supertech के फ्लैट बायर्स के लिए बड़ी और जरूरी खबर

Noida News: सुपरटेक (Supertech) के फ्लैट खरीदारों के लिए बड़ी और जरूरी खबर है। आपको बता दें कि नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) में सुपरटेक ने बताया है कि अभी जो परियोजनाएं अधूरी हैं उसका पूरा न हो सकनें का कारण पैसों की कमी है, लेकिन नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी (NBCC) ने अपने प्रस्ताव में बताया है कि सुपरटेक तकनीकी समस्या के कारण परियोजना पूरा नहीं कर पा रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है।
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Pic Social Media

12 परियोजनाएं हो चुकी हैं पूरी

आपको बता दें कि अभी तक सुपरटेक (Supertech) ने 12 परियोजनाओं को पूरा कर लिया है, जिसमें 80000 हजार होम बॉयर्स को उनका आशियाना मिल भी गया है। जहां आज तक निर्माण संबंधी कोई समस्या या शिकायत नहीं आई है। बाकी परियोजनाओं को भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। कंपनी के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने जानकारी दी कि एनबीसीसी (NBCC) जो प्रस्ताव देगी उसे शुरू करने में कम से कम 6 से 12 माह का समय लगेगा।

फेज 2 और फेज 3 वाले होम बॉयर्स को करना होगा लंबा इंतजार

सारी परियोजनाओं पर एक साथ काम शुरू नहीं हो सकेगा, जिसके कारण फेज 2 और फेज 3 वाले होम बॉयर्स को थोड़ा लंबा भी इंतजार करना पड़ सकता है। एनबीसीसी (NBCC) ने लैंड अथॉरिटी (Land Authority) और बैंक के बकाया राशि जमा करने का कोई समय अवधि नहीं तय किया है। एनबीसीसी प्रोजेक्ट (NBCC Project) को पूरा करने के लिए किसी तरह की उत्तरदायित्व नहीं ले रही है। एनबीसीसी का यह प्रस्ताव उसी तरह का है जो उसने आम्रपाली प्रोजेक्ट में दिया था जो सफल नहीं हो सका है।

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स्टेक होल्डर पर पड़ेगा प्रभाव

एनबीसीसी के प्रस्ताव में कंस्ट्रक्शन कास्ट काफी ज्यादा है। सुपरटेक ने पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अनुमानित राशि करीब 5192 करोड़ दी है। दूसरी तरफ एनबीसीसी ने कंस्ट्रशन की अनुमानित राशि 9478 करोड़ दी है जिसमें जीएसटी मिलाने पर 10378 करोड़ हो जाती है। यह राशि सुपरटेक प्रस्ताव के मुकाबले करीब करीब दोगुनी है, इसका सीधा प्रभाव स्टेक होल्डर पर पड़ेगा।

19 सितंबर को हुई थी सुनवाई

आपको बता दें कि इस मामले की सुनवाई 19 सितंबर को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) में सुपरटेक कंपनी और नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) की सुनवाई हुई थी। जिसमें एनबीसीसी ने सुपरटेक के परियोजनाओं को पूरा करने का प्रस्ताव दिया था। इस मामले में स्टेक होल्डर मसलन बैंक, अथॉरिटी और होम बॉयर्स ने एनबीसीसी के प्रस्ताव का विरोध किया था।

दून स्क्वायर पूरा करने की मिली अनुमति

इसको देखते हुए एनसीएलएटी ने सारे स्टेक होल्डर को एनबीसीसी के प्रस्ताव के विरोध का लिखित में जवाब दायर करने के लिए कहा था। आईआरपी इस मामले में सारे स्टेकहोल्डर का जवाब लेकर एनसीएलएटी की अगली सुनवाई में पेश करेगी। इसके साथ ही एनसीएलएटी ने 25 सितंबर को सुपरटेक को दून स्क्वायर पूरा करने की अनुमति दे दी है।

दून सक्वायर प्रोजेक्ट को बैंक ऑफ बड़ौदा और होम बॉयर्स की सहमति भी मिल गई थी, जिसे एनसीएलएटी से स्वीकार कर लिया था। इस मामले पर सुपरटेक चेयरमैन आरके अरोड़ा ने कहा कि एनसीएलएटी का दून स्क्वायर को पूरा करने देने का ऑर्डर इस बात की तरफ इशारा करता है कि ज्यादातर होम बॉयर्स सुपरटेक के साथ हैं। उन्होंने आगे बताया कि अथॉरिटी, बैंक और ज्यादातर होम बॉयर्स ने एनबीसीसी के प्रस्ताव का विरोध किया है, जिसे आईआरपी लिखित रूप में ले रही है और उसे एनसीएलएटी में जमा करेगी। एनबीसीसी के प्रस्ताव को लेकर सारे स्टेक होल्डर में संशय की स्थिति होने के कई कारण हैं।