नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बिल्डर सुपरटेक ग्रुप से बड़ी ख़बर सामने आ रही है। दादरी तहसली की टीम ने बकाया नहीं चुकाने पर मंगलवार को सुपरटेक के सेक्टर 96 स्थित हेड ऑफिस को सील कर दिया है। वहीं सीलिंग की इस कार्रवाई को लेकर IRP और जिला प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। IRP ने कार्रवाई को गलत बताया है। जबकि प्रशासन इसे सही होने का दावा कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि अन्य बकायेदार बिल्डर पर भी सीलिंग की कार्रवाई होगी।
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता के मुताबिक सुपरटेक टाउनशिप प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय को सील किया गया है, जिस पर आईआरपी की कोई नियुक्ति नहीं है।
क्या है मामला ?
उपजिलाधिकारी दादरी के मुताबिक सुपरटेक टाइनशिप प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड पर रेरे के 33 करोड़ 56 लाख रुपए बकाया हैं। जिनकी वसूली के लिए अनेक बार बिल्डर को नोटिस दिए गए। इसके बाद तीन बार उनके दफ्तर के बाहर मुनादी करारकर चेतावनी भी दी गई। लेकिन बिल्डर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बिल्डर ने बकाए का भुगतान भी नहीं किया। इसी के चलते मंगलवार को सीलिंग की कार्रवाई हुई।
सुपरटेक कंपनी के खिलाफ दिवालिया घोषित करने की भी प्रक्रिया चल रही है। एनसीएलटी द्वारा उस पर आईआरपी (इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोफेशनल ) के रूप में हितेश गोयल को नियुक्त किया जा चुका है। वर्तमान में वह ही सुपरटेक लिमिटेड का सारा काम देख रहे हैं। वहीं IRP ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर तत्काल कार्यालय पर लगी सील खोलने के लिए कहा गया है। यदि जिला प्रशासन द्वारा सील नहीं खोली जाती है तो वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।
(सौ. हिंदुस्तान)