Supertech इकोविलेज-1 में कभी खुशी..कभी गम..रेजिडेंट्स बेदम

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी है सुपरटेक इकोविलेज-1(Supertech Ecovillage-1) जहां इन दिनों बिजली की समस्या बदहाल हो चुकी है। लोड जरुरत से ज्यादा बढ़ गया है। जिसकी वजह से रात 9 बजते ही बिजली की लुका-छिपी का खेल शुरु हो जाता है। हालांकि दूसरी तरफ राहत भरी बात ये कि बिजली का लोड घटाकर पहले की तरह 10 हजार + 18% GST कर दिया गया है। लेकिन ये सुविधा अगले 15 दिनों के लिए ही लागू रहेगी।

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बिजली के बदहाल इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से मंगलवार रात सोसाइटी में फिर से बिजली की किल्लत के चलते निवासी गर्मी में परेशान रहे । रात में सोसाइटी के लोगों ने प्रदर्शन किया। सवा दो बजे बिजली व्यवस्था बहाल हुई, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

रविवार रात भी 13 घंटे सप्लाई रही थी बंद
सुपरटेक इकोविलेज में रविवार रात को भी करीब 12 बजे बिजली जाने के बाद सोमवार दोपहर एक बजे बिजली बहाल हुई थी। पुलिस के सामने भी निवासियों ने बदहाल बिजली के लिए बिल्डर और उसके कर्मचारियों को खरी खोटी सुनाई थी।

22 ट्रांसफार्मर की जगह सोसाइटी में लगे है केवल छह ट्रांसफार्मर
NPCL के अधिकारियों का कहना है कि सोसाइटी में 22 ट्रांसफार्मर लगे होने चाहिए। कई बार नोटिस बिल्डर को इंफ्रास्ट्रक्टर ठीक करने के लिए भेजा गया है। लेकिन बिल्डर ने केवल छह ट्रांसफार्मर लगाए है। ऐसे में गर्मी में निवासियों को बिजली की किल्लत से जूझना पड़ सकता है।

निवासियों के पैसे से क्यों नहीं लगाए जा रहे ट्रांसफार्मर
सुपरटेक बिल्डर हर महीने करीब एक करोड़ रुपए निवासियों से मेन्टेन्स के वसूलता है। ऐसे में सवाल ये है कि इस पैसे से 22 ट्रांसफार्मर क्यों नहीं लगाए जा रहे है । सोसाइटी के लोगों का कहना है कि बिल्डर पर नोएडा के प्रशासन का अंकुश नहीं है। इसलिए बिल्डर लोगों के पैसे को व्यवस्था ठीक करने में नहीं लगा रहा है।