बड़ी ख़बर ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) में रयान इंटरनेशनल स्कूल(Ryan Internation School) से आ रही है। आरोप है कि 9-10th के दो स्टूडेंट ने 9th क्लास की स्टूडेंट को बाथरूम में बंद कर दिया। बच्ची 3 घंटे तक बाथरूम में बंद रही। छुट्टी होने पर जब वो घर नहीं पहुंची तो उसकी तलाश शुरू की गई। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था
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स्कूल में हड़कंप मच गया। दूसरी तरफ बाथरूम में बंद बच्ची किसी तरह निकलने की कोशिश कर रही थी। घंटों बाद उसे कामयाबी मिली और वो उसने बाथरूम के दरवाजे का शीशा तोड़ दिया। जिससे वो जख्मी हो गई। उसका हाथ जगह जगह से कट गया।
पूरे मामले पर ख़बरीमीडिया ने रयान स्कूल के एक पैरेंट निशित चतुर्वेदी से बात की तो उन्होंने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इससे मिलती जुलती घटना एक साल पहले भी सामने आ चुकी है। बावजूद इसके स्कूल ने इस पर कोई सबक नहीं लिया।
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NCR पैरेंट्स एसोसिएशन के फाउंडर सुखपाल सिंह तुर का कहना है कि ये बेहद संवेदनशील मुद्दा है। अगर वाकई ऐसा हुआ है तो पैरेंट्स को आगे आकर स्कूल के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। साथ ही ये शिकायत गौतमबुद्ध नगर के DIOS भी भी भेजी जानी चाहिए। ताकि मामले पर कार्रवाई की जा सके। सुखपाल सिंह तुर ने ये भी कहा कि चूंकि मामला बच्चों का है ऐसे में समय-समय पर पैरेंट्स और बच्चों की काउंसलिंग की जानी चाहिए। क्योंकि डिजिटल वर्ल्ड में बच्चे टीवी-फोन देखकर उन चीजों को Adopt कर रहे हैं उनके लिए किसी भी तरह से फ़ायदेमंद नहीं हैं। ऐसे में पैरेंट्स का भी फर्ज़ बनता है कि वो अपने बच्चों पर पूरा ध्यान दे।
वहीं ANSPA के महासिचव के अरुणाचलम ने स्कूल में हुई इस घटना की घोर निंदा की है। साथ ही प्रशासन ने पूरे मामले की जल्द जांच करने की मांग की है। कहा कि इस तरह की वारदात से बच्चों के दिमाग पर उल्टा असर पड़ता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक इकोविलेज-1 में रहने वाले रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी शशिभूषण साह ने भी घटना की निंदा की है। साथ ही ये भी कहा है कि स्कूल को पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। क्योंकि इस तरह घटना बच्चों को मानसिक तौर पर परेशान कर देती है। बच्चों का Self Confidence भी डाउन हो जाता है।
मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची यथार्थ हॉस्पिटल में एडमिट है। घटना के बाद बच्ची और उनके पैरेंट्स डरे हुए हैं। वहीं दूसरे बच्चे भी इस घटना से सहमे हुए हैं। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जब बच्ची क्लास में दो पीरियड तक नहीं पहुंची तो क्लास टीचर ने बच्ची को क्यों नहीं खोजा। ख़बरीमीडिया की टीम ने प्रिंसिपल से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। टीम पैरेंट्स से भी संपर्क करने की कोशिश कर रही है। सवाल कई हैं जिनका जवाब तलाशना बेहद जरूरी है।