उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Kota student Sucide : राजस्थान के कोटा शहर जिसे नीट (NEET) और आईआईटी (IIT) का हब माना जाता है। लेकिन पिछले कुल सालों से लगातार कोटा के स्टूडेंटस लगातार मौत को गले लगा ले रहे हैं। मरने वाले ज्यादातर स्टूडेंट के मौत की वजह भी लगभग एक ही हैं। कोटा में रहने वाले स्टूडेंट सक्सेज को लेकर काफी तनाव में रहते हैं, और जब उन्हें सफलता नहीं मिलती तो मौत को गले लगा लेते हैं।
ये भी पढ़ेंः UPPCS-J का Result आ गया..लड़कियों ने फिर मारी बाजी
ये भी पढ़ेंः बड़ी खुशखबरी..Delhi से मेरठ जल्द दौड़ेंगी RapidX
इसको रोकने के लिए प्रशासन ने अभय कमांड सेंटर बनाया है। हाल ही में 45 छात्रों ने इस हेल्पलाइन पर फोन करके कहा कि हम जीना नहीं चाहते। सरकार और प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती भी बन गई है।
कोटा में बीते 24 जून से 18 अगस्त के बीच के 55 दिन के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो, कोटा में आठ छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। वहीं वर्ष 2023 में आत्महत्या करने का यह आंकड़ा 23 तक पहुंच चुका है। इन आत्महत्या करने वाले आंकड़ों में 12 नाबालिग विद्यार्थी भी शामिल हैं। कोटा में लगातार बढ़ रहे आत्महत्या के कारण यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए हैं। क्या कोचिंग नगरी में पढ़ने वाले बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य इतना संकट में घिर चुका है कि पढ़ाई के तनाव से घबराकर विद्यार्थी आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं ? हालांकि इसे रोकने के लिए प्रशासन ने कुछ सराहनीय कदम भी उठाए हैं।
45 छात्रों के मन में आत्महत्या करने का आया विचार
कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर कोटा में 55 दिन के भीतर 8 आत्महत्या की घटनाओं ने सबको हिला के रख दिया है। इसी बीच कोटा में जिला प्रशासन की ओर से 22 जून को अभय कमांड सेंटर की विशेष सेल स्थापित की गई। जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में बढ़ रही आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकना है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया गया। इस दौरान अभय कमांड सेंटर की हेल्पलाइन से जो आंकड़े मिले है, उससे एक बार तो, आपका दिल भी कांप उठेगा। अभय कांड सेंटर में स्थापित की गई हेल्पलाइन पर 45 छात्रों ने फोन से संपर्क किया। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके मन में आत्महत्या करने के विचार आ रहे हैं। इस दौरान हेल्पलाइन में उन छात्रों से काउंसलिंग कर उनके नेगेटिव विचारों से लड़ने के लिए उन्हें सशक्त रूप से तैयार किया। लेकिन इन आंकड़ों के खुलासे ने बच्चों के तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या विद्यार्थियों का मानसिक स्तर इतना गिर चुका हैं ?
कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्या की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए अभय कमांड सेंटर की सेल स्थापित की गई। लेकिन यहां 45 छात्रों ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर संपर्क किया तो, अधिकारियों के होश उड़ गए। इन आंकड़ों से पता चला कि विद्यार्थियों में कितनी नेगेटिव सोच हावी हो रही है। हेल्पलाइन नंबर पर 45 छात्र विद्यार्थियों ने अपने नेगेटिव विचारों के बारे में बताया।
जिसमें उन्होंने कहा कि उनके मन में आत्महत्या करने के विचार आ रहे हैं। ऐसे में यह बड़ा चिंता का विषय है कि पढ़ाई में आगे बढ़ने के चलते विद्यार्थी अपने आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को खोते जा रहे हैं। विद्यार्थी में जहां विपरीत परिस्थिति में डटकर लड़ने की भावना होनी चाहिए। वहां विद्यार्थी तनाव से डर कर जीवन से अपना पीछा छुड़ाने की सोच बनाते जा रहे हैं।
प्रशासन की ओर से यह किए गए सराहनीय प्रयास
कोचिंग नगरी कोटा में बीते 55 दिनों के दौरान आठ आत्महत्या की घटना ने लोगों को झंकझोर दिया। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन में भी जमकर हड़कंप मचा हैं। एक के बाद एक आत्महत्या की घटनाओं ने प्रशासन को हैरान कर दिया है। इस बीच प्रशासन की ओर से कुछ सराहनीय पहल भी नजर आई। जिसमें उन्होंने इस प्रवृत्ति को रोकने का प्रयास किया है। इस दौरान हॉस्टल में रहने वाले कोचिंग स्टूडेंट के कमरों में पंखों में विशेष ग्रिल फिट की गई। जिसमें पंखे पर अधिक वजन होते ही पंखा नीचे गिर जाता है, यानी जो स्टूडेंट पंखे पर लटक कर आत्महत्या करना चाह रहे हैं। उनको रोकने के लिए यह कारगर कदम है। इसके अलावा छत से कूदने की घटनाओं को रोकने के लिए भी प्रशासन की ओर से हॉस्टलों के बाहर नेट (जाल) लगाने के प्रयास किए गए हैं। ताकि कोई स्टूडेंट छत से कूद कर आत्महत्या नहीं कर सके। रिपोर्ट – मनीष बागड़ी
Read Kota student Sucide, khabrimedia, Latest Greater Noida News,Greater noida news, Noida Extension news, greater noida Society News khabrimedia- Top news-Latest Noida news-latest greater Noida news-latest greater Noida news-latest Noida extension news-latest Delhi Ncr news- Big news of today-Daily News-Greater Noida Society news-Greater Noida News in Hindi