Punjab में बॉर्डर सिक्योरिटी और ड्रोन से निगरानी
CM Bhagwant Mann Government Punjab: सरहद चाहे किसी भी राज्य की हो, उसकी जिम्मेदारी केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार भी होती है। ख़ासकर पंजाब (Punjab) जैसे राज्य जिसके बिल्कुल पास पाकिस्तान (Pakistan) हो, वहां की सरहद की सुरक्षा की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
पंजाब की भौगोलिक स्थिति इसे पाकिस्तान (Pakistan) के साथ साझा होने वाली लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा का हिस्सा बनाती है, जहां से नशीले पदार्थ, हथियार, और अन्य अवैध गतिविधियों का खतरा हमेशा बना रहता है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार (Punjab Government) ने बॉर्डर सिक्योरिटी को मजबूत और बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जो न केवल पंजाब की सुरक्षा बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी सराहनीय हैं। सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) बॉर्डर सिक्योरिटी (Border Security) को लेकर काफी गंभीर हैं, और बॉर्डर सिक्टोरिटी के लिए सीएम मान तरह तरह के काम भी कर रहे हैं। इस मुद्दे पर सीएम मान की तैयारी राज्य और देश की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रही है।
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बॉर्डर सिक्योरिटी के लिए मुख्यमंत्री मान की दूरदर्शिता
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) ने साल 2022 में मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से ही बॉर्डर सुरक्षा के मुद्दों को अपनी प्राथमिकता बनाया है। पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी, और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों को बंद करने के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत भी की है। इसमें सबसे प्रमुख कदमों में से एक है बॉर्डर सिक्योरिटी के लिए अत्याधुनिक उपकरणों और टेक्नोलॉजी का प्रयोग।
सीएम भगवंत सिंह मान की नेतृत्व वाली मान सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य की सीमाओं पर निगरानी को और अधिक सटीक और प्रभावी बनाया जाए। इसके लिए ड्रोन, नाइट विजन कैमरा, और अन्य एडवांस्ड सर्विलांस उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रही गतिविधियों पर नजर रखने में सुरक्षा बलों को काफी सहायता मिल रही है।
पंजाब के सीमावर्ती जिलों में ड्रोन के जरिये हथियारों और नशे की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए अब पंजाब सरकार तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी होती है। इसके अलावा ड्रोन के जरिये हथियार और नशे संबंधी उचित सूचना देने वाले को पंजाब पुलिस एक लाख रुपये भी देती है। पंजाब पुलिस की तरफ से ले यह फैसला लिया गया है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने इस संबंध में कहा है कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। पुलिस की कोशिश पंजाब को नशा मुक्त बनाना है।
आपको बता दें कि पंजाब की कुल 557 किलोमीटर सीमा पड़ोसी देश पाकिस्तान से लगती है। इस सीमा के साथ पंजाब के छह जिले तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर लगते हैं। इनमें करीब 27 प्वाइंट ऐसे हैं, जो कि ड्रोन के माध्यम से हथियार और नशा तस्करी का गेटवे बन गए हैं। तस्कर यहां की परिस्थितियों का लाभ लेते हैं। इस पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस लगातार काम कर रही है।
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इमरजेंसी ड्रोन रिस्पांस सिस्टम
इससे पहले पंजाब पुलिस की ओर से इमरजेंसी ड्रोन रिस्पांस सिस्टम गठित किया गया। इसमें बॉर्डर से सटे गांवों में 400 अधिक विलेज पुलिस आफिसर तैनात किए गए हैं। उन्हें गांवों की हर गली से लेकर चौराहे तक जानकारी होती है। यह गांवों की चौकस कमेटियों के साथ मिलकर काम करते हैं। जैसे ही उनके पास कोई सूचना होती है उसे तुरंत शेयर की जाती है।
सुखचैन सिंह गिल, आईजी हेडक्वार्टर पंजाब पुलिस के मुताबिक ड्रोन से नशा तस्करी पर नकेल कसने के लिए कई लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। 20 करोड़ की लागत से बॉर्डर एरिया में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। साथ ही नशा तस्करों का पीछा करने के लिए बढि़या गाड़ियां पुलिस को मुहैया करवाई जा रही हैं।
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सुरक्षा बलों के साथ समन्वय
मान सरकार ने पंजाब के पुलिस बल और बीएसएफ यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के बीच समन्वय को बढ़ाने के लिए कई बैठकें भी आयोजित की हैं। सीएम मान ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि दोनों एजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और आपसी सहयोग बेहतर हो। इसका परिणाम यह हुआ है कि सीमा पार से होने वाली गतिविधियों पर तेजी से कार्रवाई की जा सकती है। मान सरकार की यह नीति सुरक्षा बलों के मनोबल को भी बढ़ाने वाली है, क्योंकि उन्हें सरकार से पूरी तरह से समर्थन मिल रहा है।
ड्रोन से हो रही है निगरानी
पंजाब का बड़ा क्षेत्र ऐसा है जो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लगा हुआ है। पाकिस्तान से लगे होने के कारण से पंजाब बेहद संवेदनशील राज्य माना जाता है। यहां से अवैध गतिविधियों, जैसे ड्रग्स की तस्करी, हथियारों की घुसपैठ, और आतंकवादी गतिविधियों का ख़तरा बना रहता है। लेकिन जब से सीएम मान ने सत्ता संभाला है तब से अवैध गतिविधियों (ड्रग्स की तस्करी, हथियारों की घुसपैठ, और आतंकवादी गतिविधियो) पर रोक लगाया गया है।
मान सरकार ने ड्रोन का प्रयोग करके सीमा पर निरंतर निगरानी रखने से इन गतिविधियों पर रोक लगाने में मदद मिली है। पंजाब सरकार द्वारा दी गई ड्रोन अत्याधुनिक कैमरों और सेंसरों से लैस हैं, जो दिन और रात दोनों समय में काम करने में सक्षम हैं। ये ड्रोन न केवल किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता लगाने में कारगर साबित हो रही हैं बल्कि इनकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों तक तुरंत पहुंचा रही हैं, जिससे त्वरित कार्रवाई हो रही है। मान सरकार के इन्हीं प्रयासों की वजह से पंजाब में कड़ी निगरानी की जा रही है।
नशे पर भी सीएम मान का एक्शन
पंजाब में ड्रग्स यानी नशा की समस्या काफी पुरानी और गंभीर है, विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में तो यह समस्या काफी व्यापक रूप ले रखी थी। पाकिस्तान से ड्रग्स की तस्करी लंबे समय से एक बड़ा मुद्दा रहा था।
ड्रोन निगरानी से सीमा पर ड्रग्स की तस्करी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण सहायता मिल रही है। ड्रोन तकनीक की मदद से तस्करों के ठिकानों और गतिविधियों की पहचान की जाती है और फिर सुरक्षा बल तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करते हैं। इसके साथ ही ड्रोन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त अभियान भी शुरू करते हैं, जो ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एक निर्णायक कदम साबित हो रहा है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास और रोजगार
पंजाब की मान सरकार सुरक्षा के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और रोजगार पर भी जोर दे रही है। सीएम मान का मानना है कि अगर इन क्षेत्रों में रोजगार और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा तो वहां के लोगों में भी राष्ट्र के प्रति जुड़ाव और विश्वास और भी ज्यादा बढ़ेगा। इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों, और दूसरी बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए भी कई योजनाएं शुरू की गई हैं।
पंजाब पुलिस के डीजीपी ने कही यह बात
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव के अनुसार ड्रग्स तस्कर हेरोइन (Heroin) भेजने के लिए आधुनिक हैक्साकाप्टर ड्रोन (Drone) का प्रयोग कर रहे थे। तस्कर नई-नई तकनीकें अपना रहे हैं। लेकिन पंजाब पुलिस लगातार इन ड्रोन को नष्ट करने का काम कर रही है। डीजीपी के मुताबिक सीमा पार से आधुनिक ड्रोन का प्रयोग किया जाता है, जिनकी कीमत लाखों में होती है। उन्होंने बताया कि 10 लाख रुपए की कीमत वाले हाईब्रिड 6-विंग्ड ड्रोन भी जब्त किया गया है जिसे अमेरिका और चीन में तैयार किये पुर्जों के साथ असैंबल किया गया था। यह ड्रोन काफी लम्बे समय तक चलने वाले बैटरी बेकअप और इनफ्ररैड्ड आधारित नाइट विजन कैमरा और जीपीएस सिस्टम समेत हाई-टेक फीचर्स से लैस था। पंजाब पुलिस ने इसे भी नीचे गिराने में सफलता हासिल की।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की बॉर्डर सिक्योरिटी के प्रति प्रतिबद्धता ने पंजाब की जनता का विश्वास हासिल किया है। सीएम मान ने यह सुनिश्चित किया है कि पंजाब की सीमाओं पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों और किसी भी तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों को बर्दाश्त न किया जाए। इसके साथ ही साथ मान सरकार ने पंजाब की जनता से भी अपील की है कि वे सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब की बॉर्डर सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, सीएम मान के ये प्रयास न केवल राज्य बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उनकी दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता ने पंजाब की सीमाओं को अधिक सुरक्षित बनाया है और सुरक्षा बलों के मनोबल को भी बढ़ाया है। मान सरकार की इन पहलों को न सिर्फ पंजाब बल्कि पूरे देश में सराहा जा रहा है, और यह दूसरे राज्यों के लिए भी एक मिसाल बन रही है। इस प्रयासों के देखते हुए यह कहा जा सकता है कि पंजाब की सुरक्षा अब और भी मजबूत है, और इसका श्रेय पंजाब के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साहसिक और दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है।
भगवंत मान सरकार की तारीफ
पंजाब में भगवंत मान सरकार के प्रयास और सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने की सराहना हर जगह हो रही है। पूर्व राजयपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भी सीएम मान और उनकी समर्पण से काम की जमकर तारीफ की है। साथ ही सीएम भगवंत सिंह मान के प्रयास को सराहनीय कदम बताया।