Punjab: 14 से 17 दिसंबर तक चलेगा ‘मालेरकोटला सूफ़ी फेस्टिवल’..तैयारियां पूरी

TOP स्टोरी पंजाब राजनीति
Spread the love

मालेरकोटला ” सूफ़ी फेस्टिवल” की मेज़बानी करने के लिए तैयार – डा. पल्लवी

  • ज़िला मालेरकोटला का पहला ” सूफ़ी फेस्टिवल मालेरकोटला ” 14 से 17 दिसंबर तक, डिप्टी कमिशनर ने तैयारियाँ का लिया जायजा
  • डिप्टी कमिशनर ने स्थानीय सरकारी कालेज में आयोजित होने वाले ” सूफ़ी फेस्टिवल मालेरकोटला” में बढ चढ़ कर शामिल होने का दिया न्योता
  • 14 दिसंबर को ” शाम- ए. कव्वाली ” 15 दिसंबर को ” एक शाम, सुफ़ियाना कलाम” 16 दिसंबर को ” सुफ़ियाना मुशहरा ” और 17 दिसंबर को” जश्न- ए- सुफ़ियाना कलाम”
  • फेस्टिवल’में कमल ख़ान, सुलताना नूरा, कँवर ग्रेवाल, मास्टर सलीम, सरदार अली अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे

मालेरकोटला, 13 दिसंबर: पंजाब सरकार द्वारा देश की अमीर विरासत सूफ़ी गायकी को फिर सुरजीत करने के लिए ” सूफ़ी फेस्टिवल” करवाया जा रहा है। इस फेस्टिवल की मेज़बानी पंजाब के नया ज़िला बने मालेरकोटला को करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह सूफ़ी फेस्टिवल स्थानीय सरकारी कालेज मालेरकोटला में 14 से 17 दिसंबर तक ज़िला प्रशासन ,पयर्टन और सांस्कृतिक मामले विभाग पंजाब द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस बात की जानकारी डिप्टी कमिशनर डा. पल्लवी ने आज स्थानीय सरकारी कालेज में ” सूफ़ी फेस्टिवल मालेरकोटला ” की तैयारियाँ का जायाजा लेने लिए बुलाई बैठक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए दी।

उन्होंने बताया कि 17 दिसंबर को फेस्टिवल के अंतिम दिन पयर्टन और सांस्कृतिक मामले निवेश प्रोत्साहन, आतिथ्य विभाग के कैबिनेट मंत्री पंजाब अनमोल गगन मान मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत करेंगे।

उन्होंने कहा कि ” हा का नारा ” देने वाले मालेरकोटला की अमीर विरासत को जानने के लिए सहायक सिद्ध होगा यह सूफ़ी फेस्टिवल। लोकल घरानो की गायन शैलियों, कव्वालियों, सुफ़िआना कलाम, मुशायरे, जश्न सुफ़ियाना विशेष आकर्षण का केंद्र होगे। इस मौके मालेरकोटला के खाने पीने का ज़ायका, सूफ़ी लिटरेचर की किताबों की प्रदर्शनी, फूल पौधों की स्टाल, चूड़ियों की दुकान, मिट्टी और पीतल के बर्तन, लोहे का समान( तवे, कड़ाही, तसले आदि) पंजाबी जूती, कढ़ाई बुनाई के साथ तैयार वस्तुओं के स्टाल लोगों को अपने तरफ आकर्षित करेंगे। इस मौके रविन्द्र रवि की मालेरकोटला के साथ सम्बन्धित फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।

समूह निवासियों, कला प्रेमियों और आम लोगों को सूफ़ी फेस्टिवल का आनंद मानने के लिए खुला न्योता देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि समागम मौके आयोजित होने वाले समागमों की कोई टिकट नहीं होगी। यह समागम शाम 05. 00 बजे से करवाए जाएंगे। ज़िला प्रशासन द्वारा महिलाओं के बैठने का अलग प्रबंध भी किया गया है।

” सूफ़ी फेस्टिवल मालेरकोटला ” की मजलिस की तफ़सील सांझी करते कहा कि सूफ़ी गायकी हमारे देश की अमीर विरासत का अनमोल हिस्सा है। इस सूफ़ी फेस्टिवल में देश, दुनिया भर के नामवर कलाकारों साथ साथ स्थानीय कलाकार भी अपने फ़न के जौहर दिखाऐंगे। उन्होंने बताया कि तारीख़ 14 दिसंबर दिन गुरूवार को ” शाम- ए- कव्वाली ” दौरान सुलताना नूरा अपने फ़न का प्रदर्शन करेंगे और स्थानी कलाकार कमल खान और वकील खान अपनी पेशकारी पेश करेंगे। तारीख़ 15 दिसंबर दिन शुक्रवार को ” एक शाम, सुफ़िआना कलाम ” के अंतर्गत श्री कंवर ग्रेवाल अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इसके इलावा स अली खाने, नज़ीर, आरिफ मतौयी और अख्तर अली लोगों के साथ रू-ब-रू होंगे।

उन्होंने इस सूफ़ी फेस्टिवल की मजलिस बारे सूचना सांझा करत बताया कि तारीख़ 16 दिसंबर दिन शनिवार को ” सुफ़ियाना मुशायरा ” का आयोजन किया जायेगा। जिसमें सूफीइजम बारे डा. मुहंमद इकबाल और डा मुहंमद जमील खोज पत्र पेश करेंगे। इस के इलावा डा. रुबीना शबनम और डा. मुहंमद रफी, डा. सलीम ज़ुबैरी, इफतखार शेख,ज़फ़र अहमद ज़फ़र ज़मिर अली ज़मिर, अजमल खाने शेरवानी, रमज़ान सैयद, अनवर आज़र, साजिद इसहाक,शाहनाज़ भारती अपने कला पेश करेंगे। इन के इलावा वनीत खान और सलामत अली सांस्कृतिक प्रोगराम पेश करेंगे।

समागम की समाप्ति तारीख़ 17 दिसंबर दिन रविवार को ” जश्न – ए- सुफ़िआना कलाम ” के साथ होगी जिसमें मास्टर सलीम और सरदार अली अपने फ़न के जौहर दिखाऐंगे और परवेज झिंजर, आबिद अली, अरहम इकबाल और मुहम्मद अनीश भी अपने हुनर के साथ लोगों का मनोरंजन करेंगे।