Punjab:लोकसभा चुनाव को लेकर इन कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

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Punjab News: पंजाब में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए 1 जून को मतदान है। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने चुनाव तक सरकारी कर्मचारियों और डॉक्टरों को कोई छुट्टी न देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिले के सभी सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं।

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आपको बता दें कि सिविल सर्जन डॉ. सुमित सिंह की ओर से चुनावों को लेकर देर शाम तक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई। जिसमें उन्होंने कहा कि चुनाव को अच्छे ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी के साथ लगा हुआ है। गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही आम जनता के लिए एडवाइजरी जारी की है और सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अस्पतालों में चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं में अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। डॉ. सुमित सिंह ने कहा कि चुनाव को देखते हुए किसी भी डॉक्टर और कर्मचारी को छुट्टी नहीं देने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी कर्मचारी या डॉक्टर को कोई इमरजेंसी है तो वह अपना प्रमाण दिखाकर ही छुट्टी ले सकेगा।

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वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (Senior Medical Officers) को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी अच्छे तरीके से करें और अधिकारी स्वयं स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करें और सिविल सर्जन कार्यालय को रिपोर्ट करें। सिविल सर्जन ने आगे कहा कि लोकतंत्र में वोट बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए पूरा स्वास्थ्य विभाग अपनी जिम्मेदारी पूरी लगन और ईमानदारी से निभा रहा है। जनता को कोई समस्या न हो इसके लिए अस्पतालों में अच्छी एवं सुचारु व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए प्रशासन के साथ-साथ डॉक्टरों की विशेष टीमें भी नियुक्त की जा रही हैं। इसके अलावा 108 एंबुलेंस और सरकारी एंबुलेंस को भी तैयार किया गया है।

सिविल सर्जन डॉ. सुमित सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए शहरी और ग्रामीण इलाकों में सेक्टर स्तर पर बूथों का बंटवारा किया गया है। प्रत्येक सेक्टर में एक-एक डॉक्टर की तैनाती होगी। इसके साथ ही जरूरत के हिसाब से लगभग 1200 आशा कार्यकर्ताओं को भी बूथ पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 50 डॉक्टर तैनात किये जायेंगे, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में विभाग के डॉक्टरों के अलावा करीब 100 ग्रामीण चिकित्सा पदाधिकारी भी तैनात किये जायेंगे।
उन्होंने आगे बताया कि 1 जून को जिले भर में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के लिए उनके कार्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा जिससे हर क्षेत्र और सरकारी अस्पताल तक पहुंच बनाई जा सके और समय-समय पर समीक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि वे खुद सभी सेवाओं की मॉनिटरिंग करेंगे और अधिकारी भी उनके साथ मौके पर मौजूद रहेंगे। आवश्यकतानुसार चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की टीम भी दूसरे स्थान पर भी भेजा जाएगा।

जिला स्तरीय नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वर्णजीत धवन और डॉ. मदन मोहन ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी पूरी कर ली गई है। आपात स्थिति में दवाओं की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही ओ.पी.डी आने वाले मरीजों को विभाग की तरफ से दी जाने वाली दवाएं दी जा रही हैं। डॉ. धवन और डॉ. मदन ने कहा कि जिला स्तरीय अस्पताल होने की वजह से अस्पताल की जिम्मेदारी अधिक है, इसलिए समय रहते सभी सेवाएं पूरी कर ली गई हैं और स्टाफ व डॉक्टरों को ड्यूटी पर रहने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

गुरु नानक देव अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करमजीत सिंह ने कहा कि चुनाव को देखते हुए तैयारियां पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति के लिए भी वरिष्ठ चिकित्सक की देखरेख में टीमें गठित की गई हैं। डॉ. करमजीत ने बताया कि गुरु नानक देव अस्पताल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और डॉक्टरों और कर्मचारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे ड्यूटी पर रहते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते रहें।

चुनावों को ध्यान में रखते हुए जेल विभाग पंजाब ने कैदियों/बंदियों की उनके परिवारों से मुलाकात भी बंद कर दी है। आपको बता दें कि 29 मई से 1 जून तक मुलाकातें बंद रहेंगी। एडीजीपी ने पंजाब की जेलों के अधीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं।