jyoti Shinde,Editor
मुख्यमंत्री द्वारा शहीद भगत सिंह स्टेडियम में खेल मेले का उद्घाटन
राज्य में खेल की पुरानी शान बहाल करने की पहल
टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता हॉकी खिलाड़ियों को जल्द नौकरी देने का ऐलान
बठिंडा, 29 अगस्त: कहते हैं पंजाब की मिट्टी, ज़र्रे-ज़र्रे में देशभक्ति का जज़्बा दिखता है। चाहे वो खिलाड़ी हो या फिर बॉर्डर रात-दिन एक करके सीमा की सुरक्षा में तैनात जवान। पंजाब की यही शान इसे दूसरे राज्यों से अलग करती है। आज शहीद भगत सिंह स्टेडियम में आज देश के सबसे बड़े खेल मेले ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ के दूसरे सीजन की शानदार शुरुआत की गई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस बड़े खेल समागम का उद्घाटन किया। साथ ही सीएम ने अलग-अलग जिलों से भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के मार्च पास्ट से सलामी ली।
लगभग दो महीनों के लम्बे इंतजार के बाद शानदार खेल मेले का उद्घाटन करते हुए सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में खेल की पुरानी शान बहाल करना हमारा मकसद है। इस तरह के अभियान इसमें एक प्रेरक के तौर पर काम करेगा। उन्होंने कहा कि नौजवानों की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा की ओर ले जाने के लिए राज्य सरकार का यह विनम्र सा प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह मशाल राज्य भर के 23 जिलों से गुजरी, जहाँ बड़ी संख्या में नौजवानों और खिलाडिय़ों ने दौड़ में भाग लिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मशाल को राज्य भर में भरपूर स्वीकृति मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह धान की बिजाई के बाद इसकी कटाई सख़्त मेहनत के साथ की जाती है, उसी तरह यह खेल नये पौधे लगाने के लिए हैं, जो आने वाले समय में भरपूर लाभ देंगी।
पिछली सरकारों ने खेलों के विकास की ओर कभी ध्यान नहीं दिया, जिस कारण पंजाब इस क्षेत्र में पिछड़ गया है। भगवंत सिंह मान ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि चाहे पिछले वित्त मंत्री इस इलाके के ही थे परन्तु उनके खाली खजाने की बयानबाज़ी ने राज्य को बर्बाद कर दिया है, जबकि समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए अब यही पैसा इस्तेमाल किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए मेडल लाने वाली भारतीय हॉकी टीम को जल्द ही नौकरियाँ दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी अड़चनें पहले ही दूर कर दी गई हैं। और अब इन नौ खिलाडिय़ों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरियाँ दी जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह खिलाड़ी देश का सरमाया हैं और इनको देश के लिए अच्छी तरह संभाला जायेगा और उन्होंने आशा अभिव्यक्त की कि वह एशियाई खेलों में गोल्ड मैडल जितेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्योंकि खेल गलत हाथों में चली गई थीं, इससे खेल की तरक्की पर बुरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि देश में कुश्ती फेडरेशन को लेकर दुर्भाग्यपूर्ण विवाद इस बात का सबूत है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब कभी भी ऐसे विवादों में नहीं आऐगा, क्योंकि खेलों के द्वारा रंगला पंजाब बनाना उनकी सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले साल करवाए गए ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ के पहले सीजन को लोगों द्वारा भरपूर स्वीकृति मिली थी। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि इस बड़े समागम में अलग- अलग छह उम्र वर्गों के तीन लाख से अधिक खिलाडिय़ों ने भाग लिया। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इन खिलाडिय़ों ने ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक 30 खेल वर्गों के अलग-अलग मुकाबलों में भाग लिया था और इनको छह करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल आठ उम्र वर्गों में 35 मुकाबले करवाए जाएंगे और पहली बार खेल में रगबी, साईकलिंग, घुड़ सवारी, वुशू, शूटिंग एवं वॉलीबॉल को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि यह मुकाबले 14 साल उम्र वर्ग, 17 साल उम्र वर्ग, 21 साल उम्र वर्ग, 21-30 साल, 31-40 साल, 41-55 साल, 56-65 साल और 65 साल से अधिक उम्र वर्ग में करवाए जाएंगे।
भगवंत सिंह मान ने बताया कि खिलाडिय़ों को 7 करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए जाएंगे, जिसमें स्वर्ण पदक विजेता के लिए 10,000 रुपए, रजत पदक विजेता के लिए 7000 रुपए और काँस्य पदक विजेता खिलाडिय़ों को 5000 रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन खेलों का दूसरा सीजन आज से शुरू हो रहा है और इस खेल के हिस्से के तौर पर ब्लॉक स्तरीय खेल 31 अगस्त से 9 सितम्बर तक करवाए जाएंगे। इसी तरह 26 सितम्बर से 5 अक्तूबर तक जि़ला स्तरीय मुकाबले और 10 से 25 अक्तूबर तक राज्य स्तरीय मुकाबले करवाए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने बताया कि खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करने के लिए राज्य के हर जिले में राज्य स्तरीय मुकाबले करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह खेल इस दिशा की ओर एक सही कदम है, क्योंकि यह खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान कर रही हैं। भगवंत सिंह मान ने ज़ोर देकर कहा कि यह खेल राज्य सरकार को खिलाडिय़ों की क्षमता और कमियों की पहचान करने में भी मदद करेंगीं, जोकि भविष्य में होने वाले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए उनको तैयार करने के लिए लाभप्रद सिद्ध होंगी। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब सरकार राज्य में खेलों को लोकप्रिय बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है, क्योंकि यह खेल राज्य की तरक्की और यहाँ के लोगों की खुशहाली में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
राज्य में खेलों को और अधिक प्रफुल्लित करने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से राज्य सरकार द्वारा 1807 खिलाडिय़ों को 5.94 करोड़ रुपए की राशि बाँटने की मुहिम शुरु की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह इनामी राशि पिछले पाँच सालों से बकाया है, क्योंकि पिछली राज्य सरकारों ने खिलाडिय़ों को यह राशि देने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा बरमिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में राज्य का नाम रौशन करने वाले 23 खिलाडिय़ों को 9.30 करोड़ रुपए के नकद इनामों से सम्मानित किया गया है और साथ ही राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद इनाम के तौर पर 7 करोड़ रुपए भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक नयी खेल नीति पेश की है जिसमें सभी नागरिकों को सक्रिय जीवन शैली अपनाने, सभी बच्चों को खेलने/ दौडऩे के लिए प्रेरित करने और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पंजाब की शान बहाल करने की कल्पना की गई है।
उन्होंने कहा कि इस पिरामिड जैसे खेल ढांचे के लिए हरेक गाँव/ इलाके में खेल मैदान, हर घर से 4 किलोमीटर के दायरे में गाँव कलस्टर स्तर पर खेल नर्सरियाँ, खिलाडिय़ों के लिए होस्टल से लैस जि़ला खेल कॉम्पलैक्स और राज्य स्तर पर सैंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नीति ज़मीनी स्तर पर नौजवानों की प्रतिभा की पहचान करने और इनको वैज्ञानिक ढंग से प्रशिक्षण देने और दिव्यांग खिलाडिय़ों समेत राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों के लिए उभरते हुए खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए सहायता प्रदान करने पर भी ज़ोर देती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार नीति में ओलम्पिक / एशियन / राष्ट्रमंडल खेलों के साथ-साथ ग्रेडेशन सूची की 35 खेलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह खेलों में प्रशिक्षकों के कीमती योगदान को मान्यता देने के लिए बलबीर सिंह सीनियर अवॉर्ड शुरू किया गया है। भगवंत सिंह मान ने आगे बताया कि खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल प्रमोटरों को मिल्खा सिंह अवॉर्ड दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उभरते हुए खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए बलबीर सिंह सीनियर स्कॉलरशिप स्कीम शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इस खेल नीति के हिस्से के तौर पर राज्य सरकार चीन में होने वाली एशियाई खेलों में भाग लेने की तैयारी कर रहे 50 के करीब खिलाडिय़ों को पहली बार 8 लाख रुपए प्रति खिलाड़ी दे रही है। भगवंत सिंह मान ने राज्य में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए खिलाडिय़ों को हर संभव सहयोग देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह हवाई अड्डों पर रनवे हवाई जहाज़ को सुचारू ढंग से उड़ान भरने की सुविधा देते हैं, उसी तरह राज्य सरकार नौजवानों को उनके सपनों को साकार करने में मदद कर रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि नौजवानों के विचारों को पंख देने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत मान ने नौजवानों से अपील की कि वह समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए हर संभव यत्न करें। इन खेलों के प्रबंध के लिए खेल मंत्री को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरमीत सिंह मीत हेयर इन सभी प्रबंधों के लिए बधाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है कि पंजाब के कोने- कोने में यह खेल करवाई जा रही हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह खेल इसी तरह हर साल करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद की जन्म वर्षगाँठ के अवसर पर उनके बारे में किताब भी रिलीज की। उन्होंने कहा कि इस दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। भगवंत मान ने कहा कि नौजवानों को हॉकी के इस महान खिलाड़ी से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक पेशकारियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस मौके पर प्रसिद्ध पंजाबी गायक हरवी, के. कर्मा, दर्शनजीत, यासिर हुसैन, हरजीत हरमन और कुलविन्दर बिल्ला ने अपनी सुरीली आवाज़ से दर्शकों का मनोरंजन किया।
बच्चों ने अपनी स्केटिंग और जिम्नास्टिक पेशकारियों से दर्शकों को मोह लिया। इससे पहले ओलम्पियन बलजीत ढिल्लों और मनजीत कौर मशाल लेकर आए और ओलम्पियन गुरजीत कौर ने स्टेज पर मशाल जगाई। इस मौके पर पंजाब के रिवायती नाच ‘गिद्दा’ और ‘भांगड़ा’ से खेल के समूचे दृश्य को दिखाने वाली प्रभावशाली वीडियो ने दर्शकों का मन मोह लिया और उनके पैरों को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। इसी तरह स्टेडियम में हुए उद्घाटन समागम के दौरान विद्यार्थियों के शानदार प्रदर्शन की भी दर्शकों ने भरपूर सराहना की। इस मौके पर दर्शकों ने आतिशबाजी के शानदार प्रदर्शन पर खड़े होकर तालियाँ बजाई।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, अमन अरोड़ा, डॉ. बलबीर सिंह, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ. बलजीत कौर, गुरमीत सिंह खुड्डियां, ब्रम शंकर जिम्पा भी उपस्थित थे।