Punjab: पंजाब में महिला सुरक्षा है CM Mann सरकार की प्राथमिकता
Punjab: पंजाब की राजनीति में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के कार्यकाल को एक नई दिशा के रूप में देखा जा रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) की साल 2022 में सरकार बनने के बाद भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ लिए, और तब से राज्य में सुरक्षा और विकास के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। पंजाब में महिलाओं की सुरक्षा (Women Safety) और उनके सशक्तिकरण की दिशा में भी उनके द्वारा उठाए गए कदम एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बने हुए हैं।
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सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) का मानना है कि सरकार की पहली जिम्मेदारी प्रदेशवासियों की सुरक्षा होती है। इसी सोच के सीएम भगवंत सिंह मान ने प्रदेश में आराजकता को खत्म कर एक सुरक्षित माहौल बनाने का काम किया है। सीएम भगवंत मान के सख्त एक्शन के बाद आज पंजाब में कोई भी महिलाओं को गलत नजर से देखने में भी डरता है। इसके साथ ही सीएम भगवंत सिंह मान अपराधियों के लिए तेजी से कार्रवाई कर पीड़िता को न्याय दिलाने की भी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।
महिला सुरक्षा मान सरकार की प्राथमिकता
भगवंत सिंह मान ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने भाषणों और कामों महिला सुरक्षा (Women Safety) को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना उनकी सरकार का प्रमुख उद्देश्य रहेगा। उन्होंने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम और तेजी से न्याय दिलाने के लिए कई कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया है।
महिला हेल्पलाइन नंबर
पंजाब में महिला सुरक्षा (Women Safety) के लिए भगवंत मान की सरकार ने महिला हेल्पलाइन नंबर 181 (Helpline Number 181) के संचालन को और अधिक प्रभावी बनाया है। 24×7 हेल्पलाइन को सशक्त किया गया है ताकि महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करने पर तत्काल सहायता मिल सके। हेल्पलाइन पर तैनात कर्मियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि वे संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई के साथ महिलाओं की शिकायतों का निवारण कर सकें। महिला हेल्पलाइन 181 (Women Helpline Number: 181) एक 24×7 टोल-फ्री नंबर है जो पूरे पंजाब राज्य में उपलब्ध है। इसके माध्यम से महिलाओं को निम्नलिखित प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 ने पंजाब में महिलाओं की सुरक्षा को और भी मजबूत कर दिया है।
इस हेल्पलाइन की सहायता से न केवल महिलाओं को तत्काल सहायता प्राप्त होती है बल्कि यह उन्हें उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान पाने में भी मदद मिलती है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 सीएम भगवंत सिंह मान की एक महत्वपूर्ण योजना है जो पंजाब की महिलाओं को सुरक्षा, सहायता, और अधिकार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना न केवल इमरजेंसी सहायता प्रदान करती है बल्कि महिलाओं को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए प्रेरित भी करती है।
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महिला पुलिस की ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब पुलिस (Punjab Police) में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। महिलाओं को पुलिस बल में खूब मौके दिए जा रहे हैं जिससे वे न केवल कानून-व्यवस्था में अपनी भूमिका निभा सकें बल्कि अन्य महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के प्रति अधिक संवेदनशीलता भी दिखा सकें। इसके साथ ही महिला पुलिस कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही उन्हें विशेष प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों और उनके काम करने के तरीकों से परिचित कराया जा रहा है, जिससे वे कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी प्रभावी ढंग से काम कर सकें।
महिला अपराध के खिलाफ सख्त है मान सरकार का कानून
सीएम भगवंत सिंह मान की सरकार ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखते हुए कानूनों को सख्त करने का प्रयास किया है। उन्होंने बलात्कार और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराधों के लिए कड़ी सजा और त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की है। ये कोर्ट महिलाओं के मामलों में तेजी से निर्णय लेने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे पीड़ितों को न्याय के लिए सालों का इंतजार न करना पड़े। पहले न्याय के लिए जहां लंबा इंतजार करना पड़ता था तो वहीं बार बार कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़ते थे, लेकिन भगवंत सिंह मान सरकार ने पंजाब में बदलाव करते हुए न्याय व्यवस्था को और बेहतर किया है तो वहीं दूसरी तरफ त्वरित न्याय दिलाने पर भी सीएम मान ने जोर दिया है।
महिला पुलिस थानों की स्थापना
पंजाब की महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसका पूरा ख्याल सीएम भगवंत सिंह मान रखते हैं। इसी क्रम में सीएम भगवंत सिंह मान ने महिला सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पंजाब में महिला पुलिस थानों की स्थापना की है। इन थानों में महिलाओं द्वारा की गई शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है और उन्हें त्वरित न्याय दिलाने के लिए विशेष टीमें काम करती हैं।
शिक्षा और जागरूकता अभियान
महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ सीएम भगवंत सिंह मान की सरकार ने शिक्षा और जागरूकता को भी प्राथमिकता दी है। स्कूलों और कॉलेजों में लड़कियों और लड़कों दोनों को महिला सुरक्षा, लैंगिक समानता और आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके तहत पंजाब भर में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और उनकी सुरक्षा की समझ बढ़ाई जा सके।
सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने के उपाय
पंजाब की भगवंत सिंह मान की सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या को और बढ़ा दी गई है और इनकी निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं। इसके साथ ही, रात के समय सार्वजनिक परिवहन को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। पंजाब के हाइवे पर सड़क सुरक्षा फोर्स की तैनाती की गई है। आपको बता दें कि सड़क सुरक्षा फोर्स हाइवे पर तैनात करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य है। मान सरकार की इस योजना की तारीफ पूरे देशभर में हो रही हैं। इस योजना से एक तरफ एक्सीडेंट कम हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा भी बेहतर हुई है।
महिला सशक्तिकरण के लिए सभी जिलों में लगेंगे जॉब स्किल कैंप- डॉ. बलजीत कौर
सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और अनेक क्षेत्रों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस प्रतिबद्धता के तहत राज्य सरकार द्वारा जल्द ही सभी जिलों में जॉब स्किल कैंप शुरू किए जाएंगे। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर द्वारा 10 सितंबर को जिला मुक्तसर साहिब में पहले कैंप की शुरुआत होगी।
ये कैंप रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण विभाग के सहयोग से शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे। इन कैंपों का मकसद महिलाओं को उनकी रोजगार क्षमता और उद्यमशीलता को बढ़ाने और नौकरी पाने में सहायता के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और संसाधनों से सुसज्जित करना है।
डॉ. बलजीत कौर के अनुसार इन कैंपों का मुख्य उद्देश्य रोजगार में लिंग आधारित असमानताओं को समाप्त करना, आर्थिक सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना और महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है। उन्होंने आगे बताया कि कहा कि आज के समय में महिलाओं के कौशल को विकसित करने के लिए उन्हें सहायता प्रदान करना और भी महत्वपूर्ण हो गया है ताकि उनके लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम के समान अवसर सुनिश्चित किए जा सकें।
महिला सशक्तिकरण और सम्मान के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं सीएम मान
महिला सशक्तिकरण और सम्मान को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री मान लगातार प्रयासरत हैं। इसके लिए कई सारी योजनाएं भी चलाकर महिलाओं को कानूनी सहायता, रोजगार और आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इन योजना का उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है ताकि वे अपनी सुरक्षा को लेकर आत्मनिर्भर बन सकें।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार भविष्य में भी महिलाओं की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने की योजनाओं पर काम कर रही है। इसमें पुलिस में और अधिक महिलाओं की भर्ती, साइबर अपराधों से महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष साइबर सेल का गठन, और महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का सुदृढ़ीकरण शामिल है।
भगवंत सिंह मान की नेतृत्व में पंजाब में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो प्रयास किए गए हैं, वे हर प्रकार से सराहनीय हैं। मान सरकार की नीतियां और योजनाएं न केवल महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं, बल्कि उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता और उनके द्वारा उठाए गए कदम अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकते हैं। चाहे वह कानून व्यवस्था को मजबूत करना हो, पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना हो या फिर शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाना हो, भगवंत सिंह मान का नेतृत्व महिला सुरक्षा को नए आयाम पर लेकर जा रहा है।
भगवंत सिंह मान सरकार के तहत, पंजाब के लोग निश्चित रूप से एक सुरक्षित और सशक्त समाज की ओर बढ़ रहे हैं, जहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर न केवल नीतियां बनाई जाती हैं, बल्कि उन्हें प्रभावी ढंग से लागू भी किया जाता है।