Ayodhya: अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को राम लला विराजमान होगें, जिसको लेकर तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है। राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के कारण अयोध्या का रियल एस्टेट मार्केट भी बूम पर है। रियल एस्टेट इनवेस्टर्स, होटल कारोबारी और सीनियर सिटीजन्स (Senior Citizens) यहां से प्रॉपर्टी मार्केट में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। रियल एस्टेट ब्रोकर्स (Real Estate Brokers) का मानना है कि देश और विदेश के कई निवेशक अयोध्या में जमीन लेने की कोशिश कर रहे हैं। निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण से कुछ मामलों में प्रॉपर्टी की कीमतों में 4 से 10 गुना तक बढ़ गई है।
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सेकेंड होम बनाना चाहते हैं सीनियर सिटीन्जस, NRI
रियल्टी ब्रोकर्स ने बताया कि अयोध्या के प्रॉपर्टी मार्केट (Property Market) में आए इस बूम ने देश भर के लोगों को फायदा दिलाया है। उनके अनुसार सीनियर सिटीजन्स और प्रवासी भारतीय (NRI) यहां अपने सेकेंड होम्स के लिए निवेश को उत्सुक हैं। एनारोंक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने बताया कि साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट के बहुप्रतीक्षित फैसले के बाद से अयोध्या में रियल एस्टेट की मांग काफी तेजी से बढ़ गई है। न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि बिजनेसमैन समेत शहर के बाहर के निवेशकों की वजह से डिमांड में अच्छी तेजी आई है।
मात्र इतनी थी साल 2019 में जमीन की कीमत
राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद से ही अयोध्या शहर में प्रॉपर्टी की कीमतों में लगभग 25 से 30% की बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया गया था। एनायेंक के रिसर्च के अनुसार 2019 में फैसले के बाद अयोध्या के बाहरी इलाके (फैजाबाद रोड पर) में जमीन की कीमतें लगभग ₹400 से ₹700 प्रति वर्ग फीट अचानक बढ़ गई। इस दौरान शहर की सीमा के भीतर औसत कीमतें ₹1,000 से 2,000 प्रति वर्ग फीट के बीच रहीं।
अब ये हैं प्रॉपर्टी रेट
अब अक्टूबर 2023 के रिसर्च की मानें तो अयोध्या के बाहरी इलाके में जमीन की औसत कीमतें ₹1,500 से ₹3,000 प्रति वर्ग फीट के आस पास थी। जहां तक शहर की सीमा के भीतर का सवाल है तो यहां औसत कीमतें ₹4,000 से ₹6,000 प्रति वर्ग फीट के बीच पहुंच गई हैं।
अगर आप अयोध्या में प्रापर्टी खरीदा है तो यह जरूर करें
अगर आप भी भगवान राम की नगरी में प्रापर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको जमीन और उसके मालिकाना हक वाले दस्तावेजों को अच्छी तरह जांच करके ही खरीदनी चाहिए।
कानून के जानकारों का मानना है कि प्रॉपर्टी खरीदारों को लैंड पूज, स्थानीय जोनिंग कानूनों और विनियमों की जांच करनी चाहिए। क्योंकि, अयोध्या के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए विशिष्ट क्षेत्रों में निर्माण या विकास गतिविधियों पर कुछ प्रतिबंध लग सकते हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर की भी कर लें जांच
जिस क्षेत्र में आप निवेश करने जा रहे हैं, वहां इनफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति की भी जानकारी ले लें। प्रापर्टी खरीदने से पहले, वाटर सप्लाई,, बिजली और सीवेज सिस्टम जैसी बुनियादी उपयोगिताओं की उपलब्धता की जांच करना और यह आकलन करना भी जरूरी होता है।
शहर के मास्टर प्लान को जरूर देखें
शहर के मास्टर प्लान की विस्तृत जांच भी करना फायदेमंद होता है। लियासेस फोरास के पंकज कपूर के मुताबिक होटल के साथ कामर्शियल प्रापर्टी में ग्रोथ के लिए तत्काल अवसर हो सकते हैं। हालांकि, आवास परियोजनाओं में समय लग सकता है।
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार कर रहे डिवेलपर्स
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का डिवेलपर्स इंतजार कर रहे हैं। और यही शायद कारण भी है कि भले ही कई डिवलपर्स ने अयोध्या में जमीन खरीदी है, लेकिन उनमें से कई मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार कर रहे हैं और रियलटर्स का कहना है कि वे आने वाले लोगों की संख्या का अंदाजा लगाने के बाद ही परियोजनाएं की लॉन्चिंग करेंगे।
टाउनशिप और निजी होटल
शहर में कई टाउनशिप और निजी होटल भी बनने वाले हैं, जिसके लिए सरकार ने जमीन को मंजूरी भी दे दी है। ये प्लॉट चौदह कोसी परिक्रमा, रिंग रोड और लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के आसपास स्थित हैं।
अयोध्या विकास प्राधिकरण ला रहा आवासीय योजना
अयोध्या विकास प्राधिकरण है कुछ ही समय में आवासीय योजना लाने की योजना है। अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येन्द्र सिंह ने एक मीडिया एजेंसी को बताया कि यह 80 एकड़ भूमि में फैली एक प्लॉटेड योजना होगी।