Preparations action on private schools

गाजियाबाद के निजी स्कूलों पर ऐक्शन की तैयारी, बंद होगा यू-डाइस कोड

गाज़ियाबाद दिल्ली NCR
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Ghaziabad News: गाजियाबाद जिले के कई प्राइवेट स्कूलों पर शिक्षा विभाग (Department of Education) ऐक्शन लेने की तैयारी में है। आपको बता दें कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत एडमिशन नहीं करने वाले स्कूलों का यू-डाइस कोड बंद कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग अब ऐसे सभी स्कूलों की एक लिस्ट तैयार कर रहा है। कार्रवाई से पहले स्कूलों को दाखिले (Admission) का एक और मौका दिया जाएगा। स्कूलों ने फिर भी एडमिशन नहीं लिया तो स्कूलों का यू-डाइस कोड (U-DISE Code) बंद कर दिया जाएगा।

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जिले के ऐसे स्कूल जो कई नोटिसों मिलने के बाद भी आरटीई के तहत गरीब छात्रों को एडमिशन देने में आनाकानी कर रहे हैं। शिक्षा विभाग उन सभी स्कूलों का यू-डाइस (Unified District Information System for Education) कोड बंद करने की तैयारी कर लिया है। आपको बता दें कि इसी जून के पहले सप्ताह में लगभग 42 स्कूलों को नोटिस भेजे गए थे, कुछ स्कूलों ने एडमिशन लिए हैं, तो वहीं कुछ स्कूलों ने छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर दाखिला देने की बात कही है। कई स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने न कोई जवाब दिया और न ही एडमिशन (Admission) ले रहे हैं। अब तक कितने बच्चों को दाखिला दिया है इसकी भी कोई जानकारी नहीं दी है। अब विभाग इन स्कूलों को आवंटित हुए यू-डाइस कोड को ही बंद करने जा रहा है।

क्या होगा यू-डाइस कोड बंद होने से

यू-डाइस कोड बंद होने पर स्कूल कोई भी एडमिशन नहीं ले पाएंगे। ऐसा होने पर नव प्रवेशित छात्रों को परमानेंट एजुकेशन नंबर (पेन) भी जारी नहीं होगा। पेन नंबर नहीं होने से स्कूल में पढ़ा छात्र किसी दूसरी जगह प्रवेश नहीं ले पाएगा। वहीं, स्कूलों को मिलने वाली सुविधाएं भी समाप्त हो जाएंगी।

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जानिए क्या है यू-डाइस कोड

प्राइवेट और सरकारी स्कूल को यू-डाइस कोड लेना होता है। इस कोड का मतलब शिक्षा के लिए एकीकृत जिला सूचना प्रणाली होता है। अगर किसी स्कूल की जानकारी लेनी हो तो ऑनलाइन यू-डाइस कोड डालने पर उस स्कूल के छात्र, शिक्षक, सुविधाओं समेत पूरी जानकारी ले सकते हैं। यह 11 अंक का होता है। इसमें दो कोड राज्य को दर्शाते हैं। उसके बाद दो अंक जिले को, दो अंक ब्लॉक और बाद के तीन अंक गांव या शहर को दर्शाते हैं। लास्ट के दो अंक स्कूल को दर्शाते हैं।

सिर्फ 2,875 बच्चों को ही मिला एडमिशन

आपको बता दें कि जिले में आरटीई के तीन चरणों में कुल 5,865 बच्चों का ही चयन किया गया है जिसमें से सिर्फ 2,875 बच्चों को ही अब तक एडमिशन मिला है, जबकि तीनों चरणों में ही एडमिशन की अंतिम तिथि खत्म हो चुकी है। इसके बाद भी शिक्षा विभाग ने अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है। अभिभावक शिक्षा विभाग और स्कूलों के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो रहे हैं, लेकिन स्कूल एडमिशन नहीं ले रहे हैं। बीएसए का कहना है कि स्कूलों ने छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर दाखिले करने की बात कही है। अगर फिर भी दाखिले नहीं हुए तो यू-डाइस कोड बंद कर दिया जाएगा।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने कहा कि सभी पात्र बच्चों को आरटीई में दाखिला दिलाना शिक्षा विभाग की प्राथमिकता है। फिलहाल स्कूलों में छुट्टियां चल रही हैं। स्कूल खुलने के बाद 15 दिन का समय दिया जाएगा। अगर फिर भी स्कूलों ने दाखिला नहीं दिया तो उनका यू-डाइस कोड बंद कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।