Jyoti Shinde,Editor
Shimla Landslide: कहते हैं पत्रकारिता पेशे से ज्यादा जुनून होता है। जुनून ख़बरों को लेकर..जुनून समाज को लेकर..जुनून देश को लेकर..जूनून कुछ अच्छा करने की। एक ऐसी ही दर्दनाक तस्वीर हिमाचल की राजधानी शिमला से आई। जहां मशूहर रेडियो जॉकी RJ सलाउद्दीन बाबर खान(Salahuddin Babar khan) त्रासदी का शिकार हो गए। शिमला के फागली में आए लैंडस्लाइड में भाई की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।
दरअसल RJ सलाउद्दीन बाबर खान ने शिमला में आपदा के समय अपने भाई समेत कुछ लोगों को मलबे के नीचे दबे देखा। सलाउद्दीन ने खुद जान की परवाह नहीं करते हुए किसी तरह आपदा वाली जगह पर पहुंचे। लेकिन वो खुद भी मलबे की चपेट में आने से नहीं बचा सके। और उनकी जान चली गई। इसके साथ ही शिमला की वो मशहूर आवाज़ खो गई जिसे वे रोज़ रेडियो पर सुना करते थे लेकिन उन्हें एक ऐसा हीरो मिल गया जो मिसाल बन गया.
ख़बरीमीडिया की तरफ से आरजे सलाउद्दीन बाबर खान को भावभीनी श्रद्धांजलि। ईश्वर उनके परिवार को दुख सहने की क्षमता दे।