नेटवर्क18 (Network18) के दर्जनों पत्रकारों की रातों की नींद गायब हो गई है। ये महीना, उनके संस्थान में काम का आखिरी महीना है, ये सोच-सोचकर वो सहमे हुए हैं। आगे आने वाला भविष्य क्या होगा, उसे सोचकर घबराए हुए हैं। लेकिन ये हाल सिर्फ नेटवर्क18 का नहीं है। बल्कि एशिया में सबसे अमीर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री में भी 42,000 कर्मचारियों की नौकरी चली गई है।
पिछले एक साल में कंपनी ने सबसे बड़ी कॉस्ट कटिंग की है। वर्कफोर्स कम करने की जानकारी रिलायंस ने अपनी एनुअल जनरल रिपोर्ट में दी है। इसमें बताया गया है कि फाइनेंशियल ईयर 2023 में कंपनी में कुल 3,89,000 कर्मचारी थे, जो 2024 में कम होकर 3,47,000 हो गए। मतलब रिलायंस इंडस्ट्री में 11% यानी 42 हजार तक वर्कफोर्स कम किया गया है। सबसे ज्यादा रिलायंस रिटेल वर्टिकल में जॉब गई है।
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लेकिन इसका असर नेटवर्क18 (Network18) के उन दर्जनों पत्रकारों पर भी पड़ा है जिन्हें एक झटके में नौकरी से इस्तीफा देने के लिए कह दिया गया है। वो बिना सोचे-समझे कि इनका आगे का भविष्य क्या होगा..इनके बीवी-बच्चों का क्या होगा। इनके माता-पिता किसके भरोसे अपनी जिंदगी गुजारेंगे। और तो और..3 महीने की सैलरी ना देनी पड़े इसके लिए लाचार पत्रकारों को खुद से इस्तीफा देने के लिए बोला जा रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार खुशदीप सहगल ने लिखा है—
5000 करोड़ की शाही शादी के रुझान आने शुरू हो गए हैं. 42,052 कर्मचारियों की छंटनी वित्त-वर्ष 24 में की गई. अकेले 38,029 कर्मचारी रिटेल से ही हटाए गए.
कर्मचारियों को शादी पर गिफ्ट पैक (चांदी का सिक्का, काजू कतली की दो पंक्ति, हल्दीराम की भुजिया, चिवड़ा) देने वाले मेज़बान ने ख़ास मेहमानों को दो-दो करोड़ रुपए की घड़ी का तोहफ़ा दिया.
तब कई विद्वानों ने मेरी पोस्ट पर सवाल उठाया था कि अपना पैसा है चाहे जैसे खर्च करें, हर बाप बच्चों की शादी पर बढ़ चढ़ कर खर्च करता है. लेकिन जिस शादी पर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को इनके PR की ओर से लाखों रुपए इसलिए दिए गए ताकि वो प्रचार करें, इस शादी से भारतीय अर्थव्यवस्था को बहुत बूस्ट मिला, वो शादी के साथ साथ बिज़नेस एक्सरसाइज नहीं थी क्या?
रिलायंस इंडस्ट्री में नई जॉब्स में भी कटौती
RIL की लेटेस्ट सालाना रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि नए जॉब्स में एक तिहाई से ज्यादा कटौती कर 1,70,000 कर दी गई है। वर्कफोर्स में कटौती का एक बड़ा हिस्सा रिटेल कारोबार से है, जो पिछले वित्त वर्ष में कंपनी में कुल 2,07,000 कर्मचारियों की संख्या का करीब 60% था। वित्त वर्ष 23 में ये संख्या 2,45,000 थी। जियो से भी वित्त वर्ष 24 में कर्मचारियों की संख्या 95 हजार से कम कर 90 हजार कर दी गई है। RIL ने बताया कि वित्त वर्ष 24 में अपने से नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या पिछले वित्त वर्ष से काफी कम रही हैं।
कर्मचारियों की सुविधा में इजाफा
रिलायंस इंडस्ट्री ने बताया कि कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं का खर्च 3% तक बढ़ाकर 25,699 करोड़ कर दिया गया है। वित्त वर्ष 23 में यह एक साल पहले के मुकाबले 33% तक बढ़ा था। 2022-23 में रिलायंस रिटेल ने 3,300 से ज्यादा नए स्टोर खोले, जिससे कुल स्टोर की संख्या 18 हजार से ज्यादा हो गई है।
रिलायंस इंड्स्ट्री के जून तिमाही के नतीजे
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को जून तिमाही में नेट प्रॉफिट में 5% का नुकसान हुआ है। रिफाइनिंग और पेट्रो-रसायन कारोबार के कम मार्जिन से टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर में मिला मुनाफा फीका रहा। शुक्रवार को कंपनी ने बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में कुल नेट प्रॉफिट 15,138 करोड़ रहा, जो एक साल पहले इसी दौरान 16,011 करोड़ रुपए था। इससे पहले जनवरी-मार्च तिमाही में आरआईएल ने रिकॉर्ड 18,951 करोड़ रुपए कमाए थे।