ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक ईकोविलेज2 के फ्लैट खरीदारों ने प्राधिकरण के सीईओ और चेयरमैन को चिट्ठी लिखकर अपनी बेबसी जाहिर की है। ई-मेल से भेजे गए पत्र में लिखा है कि “वो बिल्डर से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। बेहद परेशान होकर हम आपको यह पत्र लिख रहे हैं। एक आधिकारिक एजेंसी होने के नाते आपके तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। फ्लैट खरीदार अपने जीवन को शांतिपूर्ण और सम्मान के साथ जीना चाहते हैं। आपके समर्थन की उम्मीद करते हैं”
ईमेल के प्वाइंटस कुछ इस तरह हैं
1 किलोवॉट बिजली लोड बढ़ाने के लिए कुल 29,500 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है जबकि NPCL का चार्ज बिल्डर की तुलना में काफी कम है।
2. कार पार्किंग शुल्क बार-बार बढ़ाए जाते हैं। अब यह 5 लाख रुपये और जीएसटी कर दिया गया है। कई निवासियों के लिए तो पार्किंग की जगह उपलब्ध नहीं है। उन्हें बेतरतीब ढंग से अपनी गाड़ियों को पार्क करना पड़ रहा है और जिनके पास स्टीकर नहीं हैं उन्हें गाड़ी बाहर लगाने के लिए कहा जा रहा है। एक माहौल बना है कि अगर आप इन समस्याओं से पीड़ित हैं तो अपना फ्लैट बहुत कम कीमत पर बेच दें और सोसाइटी छोड़ दें। बैंक भी फंडिंग नहीं कर रहे हैं।
3. हम उन टावरों में रह रहे हैं जिनमें 80% लोग रहते हैं, लेकिन बिल्डर ने आग से सुरक्षा और नियमों का पालन नहीं किया है।
4. हमें सुविधा, पूर्ण रखरखाव और बुनियादी सुविधाएं दिए बिना शुल्क लिया जा रहा है। अगर कोई भुगतान करने में एक दिन भी लेट हो जाए तो उस पर पेनल्टी लगाई जा रही है।
5. सभी खरीदारों ने पहले ही पंजीकरण शुल्क का भुगतान कर दिया है लेकिन बिल्डर की ओर से फ्लैट की रजिस्ट्री पर कोई प्रगति नहीं हुई है। हम आज तक अपने घरों के मालिक नहीं बन पाए हैं
6. फ्लैट खरीदारों ने अपील की है कि प्राधिकरण के अधिकारी उनका दर्द समझें और फ्लैट का मालिकाना हक दिलवाने में मदद करें
मतलब साफ है..आपके पास फ्लैट तो है लेकिन आप उसके मालिक नहीं।