खबर नोएडा से है। जहां एक बड़े अस्पताल की लापरवाही की बात सामने आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा की एडब्ल्यूएचओ सोसायटी (AWHO Society)में सतेंद्र कुमार यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं. वह आईटी कंपनी में इंजीनियर हैं. उनकी डेढ़ साल की बेटी अधीक्षा सोमवार को घर में खेल रही थी. खेलते-खेलते वह बेड का कोने से टकरा गई और चोटिल हो गई। जिसके बाद पैरेंट्स बच्ची को नजदीकी यथार्थ हॉस्पिटल(Yatharth Hospital Case) ले गए। डॉक्टरों ने बच्ची की सर्जरी करने की सलाह दी। जिसे पैरेंट्स ने मान लिया।
डॉक्टर की बात मान कर सत्येंद्र ने सर्जरी कराने के लिए हामी भर दी. सर्जरी के नाम पर पीड़ित से 60 हजार जमा कराए गए। बच्ची को सर्जरी से पहले दवा दी गई है। परिजनों का आरोप है कि दवा देते ही बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ ही वक्त में बच्ची ने दम तोड़ दिया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।